Publish Date:28-May-2020 01:18:29
भोपाल। विधानसभा स्थित राज्य सभा निर्वाचन केंद्र द्वारा मध्य प्रदेश के सभी विधायकों से संपर्क किया जा रहा है। पिछले दो दिनों के दौरान फोन पर चर्चा के साथ विधायकों को यह कहकर भरोसे में लिया जा रहा कि यदि राज्यसभा चुनाव जून के पहले और दूसरे हफ्ते में होते हैं तो क्या आपकी मौजूदगी सुनिश्चित होगी। विधायकों से उनके स्वास्थ्य के अलावा कोई और परेशानी खासतौर से चुनाव के लिए भोपाल आने जाने को लेकर दिक्कत से जुड़े सवाल भी किए गए।
भाजपा, कांग्रेस और दूसरे अधिकांश विधायकों ने अपनी सहमति जताई है। संदेश साफ है राज्यसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज होने वाली है। निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पहले दौर की चर्चा के साथ व्यवस्था का जायजा लिया जा चुका है। सोशल डिस्टेंस की गाइडलाइन के तहत मतदान और गिनती की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। राज्यसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव की प्रक्रिया मध्यप्रदेश में शुरू हो चुकी थी, कोरोना के कारण इसे स्थगित किया गया था। लॉक डाउन का चौथा चरण मई माह के अंत में समाप्त होने वाला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मंत्रिमंडल विस्तार जल्द किए जाने के संकेत दिए।
बदल सकता है मतदान स्थल
विधानसभा परिसर में मतदानस्थल को बदलने की कवायद चल रही है। इसी तरह विधायकों से भी उनके स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी जुटाई जा रही है। मध्यप्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो गई हैं। ये सीटें दिग्विजय सिंह, प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल नौ अप्रैल को समाप्त हो जाने के बाद से रिक्त है। नियमानुसार चुनाव अप्रैल में ही हो जाने थे, लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण इन सीटों पर अभी तक चुनाव नहीं कराया जा सका है। लॉकडाउन के दो महीने बीत जाने के बाद अब जून में राज्यसभा चुनाव होने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीरा राणा ने विधानसभा पहुंचकर वहां राज्यसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। बताया जाता है कि अभी तक विधानसभा में जहां राज्यसभा चुनाव का मतदान होता है। वह स्थान कोरोना महामारी के संक्रमण से बचने के शारीरिक दूरी के मापदंड के हिसाब से पर्याप्त नहीं है, इसलिए विधानसभा परिसर में राज्यसभा चुनाव के मतदान स्थल के लिए दूसरा स्थान देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि राज्यसभा की 55 सीटें रिक्त हुई थीं, जिनमें से 37 पर निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। 18 सीटों पर चुनाव होना है, जिसके लिए चुनाव आयोग द्वारा सभी राज्यों के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। मध्यप्रदेश की तीन रिक्त सीटों पर होने वाले चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, फूलसिंह बरैया और सुमेर सिंह सोलंकी के भाग्य का फैसला होना है।