वेस्टर्न भोजन से अल्जाइमर का खतरा, रिसर्च में हुआ खुलासा
Publish Date:15-Jun-2017 14:16:54
कोलेस्ट्रोल, वसा और शर्करा की उच्च मात्रा वाला पाश्चात्य आहार न्यूडीजनरेटिव रोग से जुड़े एपोई4 जीन वाले लोगों में अल्जाइमर के विकास पर असर डाल सकता है. एपोई4 और एपोई3 जीन के दो प्रकार प्रोटीन और एपोलिपोप्रोटीन के कोड हैं, जो वसा और कोलेस्ट्रॉल को बांधते हैं. एपोई4 सूजन, अल्जाइमर और कार्डियोवैस्कुलर रोग की वृद्धि से जुड़ा हुआ है, जबकि एपोई 3 रोग के जोखिम में वृद्धि नहीं करता है, और यह बहुत अधिक सामान्य प्रकार है.
डायबिटीज की चपेट में अब गरीब भी आ रहे हैं, अध्ययन में किया गया दावा!
रात के वक्त यानी नाइट शिफ्ट में काम करना आपके स्वास्थय के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है. एक शोध में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि नाइट शिफ्ट में जिगर यानी लीवर बुरी तरह प्रभावित होता है. लिवर 24 घंटों में दिन और रात के हिसाब से भोजन और भूख के चक्र का आदी हो जाता है. भारत में मधुमेह रोगियों की बढ़ती संख्या के बीच एक और चिंताजनक बात सामने आयी है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि गरीब तबके के लोग तेजी से इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं.
रक्तदान करने के हैं कई बड़े फायदे
ब्लड डोनेशन हर साल लाखों लोगों की ज़िंदगी बचाता है. ये थैलेसीमिया जैसी जानलेवा बीमारी के मरीज़ों की ज़िंदगी के दिनों को सही दवाओं और सर्जरी के साथ बढ़ाने में मदद करता है. इसका मां और शिशु के स्वास्थ्य में भी बड़ा योगदान है. ये बात जानना जरूरी है कि इंसान का खून बनाया नहीं जा सकता, जो लोग इसे डोनेट करते हैं केवल वही इसका स्रोत होते हैं. इसीलिए जरूरी है कि लोग ब्लड डोनेट करें.
शोध में खुलासा: धमनी रोग में फ़ायदेमंद है रोज़ भोजन में फल, सब्ज़ियां का सेवन
प्रतिदिन अपने आहार में फलों और सब्जियों की मात्रा बढ़ाने से पैरों में रक्त प्रवाह को प्रभावित करने वाली धमनियों के रोगों के विकास का खतरा कम हो सकता है. पेरीफरल आर्टरी डिसीस (पीएडी) पैरों की धमनियों को संकुचित करती है, मांसपेशियों में रक्त प्रवाह को सीमित कर देती है और इससे चलने या खड़े रहने के दौरान तेज दर्द होता है. निष्कर्षो से पता चला है कि जो लोग दिन में तीन या इससे अधिक बार फलों व सब्जियों का सेवन करते हैं, उन्हें फलों व सब्जियों का कम सेवन करने वाले लोगों की तुलना में 18 प्रतिशत कम पीएडी होने का खतरा होता है.