Publish Date:21-Oct-2019 00:56:28
मुंबई/चंडीगढ़. महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान सोमवार को होगा. भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियां दोनों ही राज्यों में सत्ता बरकरार रखने के लिए प्रयासरत हैं जबकि विपक्षी दल सत्ता विरोधी लहर का लाभ उठाते हुए इसे अपने पक्ष में करने के प्रयास में है. इसके साथ ही देश के 18 राज्यों की 51 विधानसभा सीटों और दो लोकसभा सीटों के लिए भी उपचुनाव होगा.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा की अगुआई वाले महागठबंधन अथवा ‘‘महायुति’’ एवं कांग्रेस राकांपा गठबंधन अथवा ‘महा अघाड़ी’ (मोर्चा) के बीच है. इस चुनाव में 4,28,43,635 महिला मतदाताओं सहित कुल 8,98,39,600 मतदाता मतदान के योग्य हैं.
महाराष्ट्र में इतने उम्मीदवार मैदान में
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 235 महिलाओं समेत 3,237 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. मतदान के लिए 96,661 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिन पर साढ़े छह लाख कर्मचारी तैनात किये गए हैं.
हरियाणा में सत्ताधारी भाजपा का मुकाबला विपक्षी कांग्रेस और नई पार्टी ‘जजपा’ के साथ है. राज्य में विधानसभा की 90 सीटें हैं. हरियाणा में 1.83 करोड़ से अधिक मतदाता हैं जिसमें 85 लाख महिलाएं और 252 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं. राज्य में 19,578 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
24 अक्टूबर को होगी मतगणना
मतदान सोमवार सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा. महाराष्ट्र में राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों के तीन लाख से अधिक कर्मियों की तैनाती करके सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जबकि हरियाणा में 75,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं. मतगणना 24 अक्टूबर को होगी.
भाजपा द्वारा किये गए चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनके कैबिनेट सहयोगियों अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया. भाजपा नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त करने के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करते हुए राष्ट्रवाद के मुद्दे को उठाया और विपक्ष को राष्ट्रीय सुरक्षा और भ्रष्टाचार को लेकर निशाना बनाया.
विपक्ष ने केंद्र और राज्यों में भाजपा की सरकारों को अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर घेरने का प्रयास किया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आर्थिक सुस्ती और बेरोजगारी के लिए सत्तारूढ़ दल को दोषी ठहराया और नोटबंदी की ‘‘विफलता’’ और जीएसटी जैसे मुद्दों को रेखांकित करने का प्रयास किया.
फडणवीस दूसरे कार्यकाल के लिए प्रयासरत
महाराष्ट्र में भाजपा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए प्रयासरत है. भाजपा 164 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जिसमें उसके कमल के निशान पर चुनाव लड़ने वाले छोटे सहयोगी दलों के उम्मीदवार शामिल हैं. वहीं शिवसेना ने 126 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं. दूसरी ओर, कांग्रेस ने 147 और सहयोगी राकांपा ने 121 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
अन्य दलों में, राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने 101 उम्मीदवार, भाकपा ने 16, माकपा ने आठ उम्मीदवार उतारे हैं. बसपा ने 262 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. कुल 1400 निर्दलीय भी चुनाव मैदान में हैं.
हालांकि, विपक्ष का प्रचार अभियान फीका रहा क्योंकि कांग्रेस और राकांपा दोनों अंदरूनी खींचतान और चुनावों से पहले नेताओं के पार्टी छोड़ने से प्रभावित थीं.
साभार- न्यूज 18