सिंहस्थ मेला क्षेत्र में निगरानी में लगे हैं 650 सी.सी.टी.वी.केमरे
Publish Date:10-May-2016 17:49:20
सिंहस्थ मेला क्षेत्र में निगरानी में लगे हैं 650 सी.सी.टी.वी.केमरे
उज्जैन में 22 अप्रैल से चल रहे सिंहस्थ में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुँच रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग ने लगभग 650 सी.सी.टी.वी. केमरे लगाए हुए हैं। केमरों को ऑप्टीकल कनेक्टीविटी भारत संचार निगम लिमिटेड(बी.एस.एन.एल) ने दी है। खास बात यह है कि यह कनेक्टीविटी बगैर किसी बाधा के लगातार जारी है। ये केमरे राणा जी की छतरी और माधवनगर कंट्रोल रूम से सीधे जुडे हुए हैं। कन्ट्रोल रूम से इन केमरों के जरिये नजर रखी जा रही है।
मेला क्षेत्र में है 15 ग्राहक सेवा केन्द्र
सिंहस्थ मेला क्षेत्र को प्रशासनिक व्यवस्था के हिसाब से 6 जोन और 22 सेक्टर में बाँटा गया है। भारत संचार निगम ने मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 15 ग्राहक सेवा केन्द्र बनाए हैं। इन केन्द्रों पर श्रद्धालुओं को मोबाइल सिम, रिचार्ज एवं टापअप की सुविधा दी जा रही है। यहाँ श्रद्धालुओं की फोन से जुड़ी दिक्कतों को सुनकर हल किया जा रहा है। सिंहस्थ मेला क्षेत्र में विभिन्न साधु-संतों के आश्रमों और अखाड़ों में बी.एस.एन.एल ने लेण्ड-लाईन नेटवर्क की सुविधा 10 एम.ओ.टी.यू. (मल्टीपरपस् ऑपरेशन टेलीकॉम यूनिट ) के द्वारा दी हैं। इसके अलावा फाईबर टू द होम (एफ.टी.टी.एच.), इन्टरनेट लीज्ड लाईन और ब्राड बेण्ड कनेक्शन भी दिए गए हैं।
बी.एस.एन.एल. का स्टाफ इस बात का ख्याल रख रहा है कि टेलीफोन लाईन और मोबाईल लाईन में ग्राहकों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो। इसके लिए उज्जैन के भरतपुरी में कन्ट्रोल रूम भी तैयार किया गया है, जो 24X7 की तर्ज पर काम कर रहा है। ''मेला'' क्षेत्र के सभी जोन, सेक्टर, जनसंपर्क कार्यालय, सेटेलाईट टाउन, पार्किंग स्थल और थानों में वाई-फाई हॉट-स्पाँट इन्टरनेट लीज्ड-लाईन और वाईमेक्स तथा सी.डी.एम.ए द्वारा कनेक्टीविटी दी गई है। मोबाइल कनेक्टीविटी के लिए लगभग 27 (2G) और 10 (3G) के टावर लगाए गए हैं। इसके अलावा आपदा परिस्थितियों के लिए सेटेलाईट फोन भी काम कर रहे हैं।
मेले में भोत आनंद आरयो छै
राजस्थानी श्रद्धालुओं ने की व्यवस्थाओं की तारीफ
उज्जैन में सिंहस्थ मेले के मंगलनाथ मीडिया सेन्टर के सामने बनी मोर की कृति श्रद्धालुओं का ध्यान अनायास ही अपनी ओर आकर्षित कर रही है। मोर को देखते हुए राजस्थानी श्रद्धालुओं से पूछा कि उन्हें 'मेले में कैसा लग रहा है तो उन्होंने कहा भोत आनंद आरयो छै।'
राजस्थान से आये श्रद्धालु मौजा बस्सी जयपुर निवासी श्री लक्ष्मीनारायण, जमा रामगढ़ जयपुर निवासी श्री चन्द्रलाल मीणा, दोषा नागलबेली के श्री रमेशकुमार शर्मा तथा श्री टोंक गोपालसिंह सहित दल के सभी सदस्यों ने बताया कि उन्हें ये आशंका थी कि आँधी-तूफान के बाद व्यवस्थाएँ प्रभावित हुई होगी। यहाँ आकर जब देखा तो विद्युत, परिवहन, स्वच्छता, पेयजल और सुरक्षा के अच्छे इंतजाम से मेले की रौनक बरकरार है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मेले की विशेष रूचि लेकर की जा रही व्यवस्था सराहनीय हैं।
सिंहस्थ में सेवा देकर आत्म-संतोष मिलता है
बाईक फॉर एवरीथिंग से जुडे़ हैं श्री लालसिंह पंवार
उज्जैन में 12 वर्ष में होने वाला सिंहस्थ का सभी को इंतजार रहता है। इसकी तैयारियाँ काफी पहले से शुरू हो जाती है। इस बार सिंहस्थ में एक नए संगठन ने अनूठी पहल शुरू की है। संगठन का नाम है बाईक फॉर एवरीथिंग। संगठन से जुड़े श्री लालसिंह पंवार ने बताया कि उनके मन में सिंहस्थ मेले के दौरान सेवा करने का भाव था। इसके लिए वे काफी पहले से विचार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि संगठन के प्रमुख अविनाश उनके कॉलेज में पहुँचे थे।
संगठन ने सिंहस्थ मेला क्षेत्र में 50 युवाओं को मोटर बाईक्स ईंधन सहित उपलब्ध करवाई है। इन मोटर बाईक से ये अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण करते हैं। ये युवा मेला कार्यालय के जोन और सेक्टर कार्यालय से भी जुड़े हैं। संगठन ने मोबाइल-एप भी तैयार किया है। ये युवा जरूरतमंद श्रद्धालुओं को निःशुल्क रूप से मंदिरों और साधुओं के पंडालों तक पहुँचाने का भी कार्य कर रहे हैं। संगठन 21 मई तक अपनी सेवाएँ देगा।
स्नातक शिक्षा प्राप्त श्री लालसिंह बताते हैं कि निःस्वार्थ सेवा के बाद उन्हें जो संतोष मिलता है उसे वे शब्दों से व्यक्त नहीं कर सकते है। उन्होंने कहा कि वे आगे भी समाज सेवा के क्षेत्र से जुडे़ रहेंगे।