Publish Date:29-May-2020 19:16:57
राजकाज न्यूज, कालापीपल
युवक कांग्रेस के अध्यक्ष एवं विधायक कुणाल चौधरी लगातार अपने क्षेत्र के किसानों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुलझाने का प्रयास कर रहे है। शुक्रवार को चाैधरी ने कालापीपल क्षेत्र के किसानों को गेहूं तुलवाई में आ रही परेशानियों को जाना और अधिकारियों से मोबाइल पर चर्चा भी की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को अपने तीखे तेवर भी दिखाये।
कालापीपल विधानसभा क्षेत्र के गेहूं उपार्जन केंद्र रनायल, बेरछा, लसुडलिया मलक, कालापीपल, नांदनी, भेसायगड़ा, खोक्राकलां, खारदोंन मैं गेहूं तुलवाई के लिए परेशान किसानों से मिलने विधायक कुणाल चौधरी पहुंचे जहां किसानों ने कहा कि गेहूं तूलवाई को लेकर शासन एवं प्रशासन मिलकर किसानों के साथ छलावा कर रहे हैं। किसानों को गेहूं पर जन केंद्र पर 8 से 10 दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है। उसके बाद भी आज दिनांक तक गेहूं की तुलवाई का ठिकाना नहीं है, वहीं किसानों ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि सोसायटी द्वारा दो- दो बार पैसे काटे जा रहे हैं। जिसके कारण हमें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और हम कहते हैं तो अधिकारी कहते हैं कि जाओ शिकायत करो हम कुछ नहीं कर सकते। जो हमें आदेश दिए हैं उन्हीं का पालन कर रहे हैं।
समस्याओं को सुनकर विधायक कुणाल चौधरी ने तत्काल आला अधिकारियों से चर्चा कर कहा कि मैं किसानों के साथ धोखाधड़ी नहीं होने दूंगा। जब कमलनाथ की सरकार थी कोई किसान परेशान नहीं था ना ही मंडियों में किसानों को पड़े रहना पड़ता था जब से भाजपा सरकार आई है शिवाय परेशानी के कुछ नहीं किया है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं वहीं जिन किसानों के 18 तारीख तक के s.m.s. थे उन किसानों के गेहूं की तुलवाई नहीं हो रही थी उसकी भी विधायक ने चर्चा कर s.m.s. खुलवाने की बात की जिससे कि मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया था कि कोरोना महामारी के बावजूद उन्होंने पिछले एक महीने में 105 लाख मेट्रिक टन से ज्यादा गेहूं को मार्केट रेट से 10% से ज्यादा में खरीदा है। मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष और कालापीपल से कांग्रेस के विधायक कुणाल चौधरी पिछले एक महीने से बोल रहे थे कि सोसाइटियों में रोज़ाना 500 से ज्यादा ट्रैक्टरों की लाइन लगी हुई है और बेचारा किसान 10-10 दिनों तक लाइन में लगकर भूखा - प्यासा अपनी बारी का इंतज़ार कर रहा है। कांग्रेस विधायक यह भी लगातार कह रहे थे कि जब किसान का नंबर आता है तो उससे यह कह कर गेहूं तोलने से मना कर दिया जाता है, कि उसका मैसेज 6,7 या 8 दिन पुराना है और इस कारण से टोकन जनरेट नहीं होगा और उसका बिल नहीं बन पाएगा इसलिए उसके गेहूं की तुलाई नहीं की जा सकती।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष और कालापीपल से कांग्रेस विधायक के बार-बार आग्रह करने के बाद भी प्रदेश सरकार ने उनकी एक ना सुनी उसका नतीजा यह हुआ की आगर-मालवा में समर्थन मूल्य पर तनोडिया में गेहूं बेचने आए मलवासा का किसान प्रेम सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई। प्रेम सिंह पिछले 19 तारिक से गेहूं बेचने के लिए अपनी बारी का इंतज़ार कर रहा था और इसी दौरान उसको हार्ट अटैक आगया और उनकी मृत्यु हो गई।
वहीँ कुणाल चौधरी ने इसी प्रेम सिंह की हत्या करार दी है उन्होंने आरोप लगाया की उनकी मौत की ज़िम्मेदार प्रदेश की बजप सरकार और स्थानीय अधिकारी है। अगर उनकी खरीद सही समय पर हो जाती जाती या केन्द्रो पर सही व्यवस्था होती तो शायद उनकी जान नहीं जाती। विधायक कुआल चौधरी ने बताया कि प्रेम सिंह को कहा गया था की उनका एसएमएस अब इनवैलिड होने जा रहा है और इसी भी भय में की उनके गेंहू की खरीद होगी या नहीं उनको हार्ट अटैक आगया। कुणाल चौधरी ने कहा है की यह सिर्फ और सिर्फ हत्या है और कुछ नहीं। राज्य सरकार को उन्हें कोरोना वॉरियर समझकर ही उनके परिवार को सहायता देनी चाहिए।