Publish Date:13-Nov-2019 18:09:47
नई दिल्ली. सरकार ने देश में प्याज (Onion Price Delhi) की सप्लाई बढ़ाने के लिए बड़े कदम उठाने का ऐलान किया है. कृषि मंत्रालय (Agriculture Ministry) ने 31 दिसंबर तक प्याज के फ्यूमीगेशन नियमों (प्याज को खराब होने से बचाने के लिए किया केमिकल ट्रीटमेंट) को आसान कर दिया है. अब कारोबारी विदेशों से प्याज खरीदकर देश में फ्यूमीगेट कर सकेंगे. आपको बता दें कि फसल खराब होने से देश में प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है.
प्याज खरीदने के नियम हुए आसान- केंद्र सरकार ने शर्तों के साथ फ्यूमीगेशन नियमों में छूट दी है. अब करोबारी बिना फ्यूमीगेशन प्याज को विदेशों से खरीदकर भारत में ला सकते है और इसका PSC सर्टिफिकेट भारत में ले सकते है. मौजूदा समय में विदेशों से प्याज इंपोर्ट करते वक्त विदेशों से फ्यूमीगेशन सर्टिफिकेट लेना जरूरी होता है. ऐसे में अगर कोई कारोबारी बिना नियमों के पालन कर प्याज भारत में लाता है तो उस पर बड़ा जुर्माना देना पड़ता है. इसीलिए सरकार ने इन नियमों में 31 दिसंबर 2019 तक ढील देने का ऐलान किया है.
इससे क्या होगा- सरकार ने 1 लाख टन प्याज आयात (Onion Import) करने की घोषणा की है. दिल्ली सहित कुछ स्थानों पर खुदरा बाजार में प्याज का मूल्य लगभग 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक जा पहुंचा है. ऐसे में सरकारी स्वामित्व वाली व्यापार कंपनी एमएमटीसी (MMTC) प्याज का आयात करेगी, जबकि सहकारी संस्था नैफेड (NAFED) घरेलू बाजार में इसकी आपूर्ति करेगी. हालांकि इस पर कोई सफाई नहीं आई है कि प्याज कब तक आयात होगा और किस दाम पर बाजार में मिलेगा.
क्यों महंगी हुई प्याज -महाराष्ट्र और कर्नाटक में काफी बारिश और बाढ़ देखने को मिली. उसका असर प्याज के प्रोडक्शन पर देखने को मिलेगा. पिछले साल कर्नाटक के अंदर करीब 30 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था, जो इस साल घटकर करीब 20 लाख टन रह गया है. वहीं महाराष्ट्र में करीब 12 लाख टन के आसपास उत्पादन था जो इस साल घटकर 4.50 लाख टन के करीब रहेगा. तमिलनाडु में भी करीब 30 हजार टन की कटौती रहेगी.
मध्य प्रदेश से भी कुछ खास अच्छी खबर नहीं आ रही है. हालांकि कि राजस्थान से अच्छी खबर आ रही है. यहां पर उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 40 हजार टन ज्यादा रहेगा. उत्पादन आधा रहने पर प्याज की कीमतें 80 से 100 रुपये के दायरे में बने रहेंगे.
साभार- न्यूज 18