घर-घर में हमारे न्याय पत्र को चर्चा का विषय बना दिया है, इतनी बौखलाहट है मोदी जी में: पवन खेड़ा
सागर/ भोपाल, 5 मई 2024 देश में होने जा रहे लोकसभा के ये चुनाव बहुत ही रोचक हो गये हैं। प्रधानमंत्री मोदी पहले 2 घंटे सोते थे, अब 6 घंटे सोते हैं और तीसरा चरण हो जाए तो 24 घंटे जागेंगे। मोदी जी आप 10 साल सत्ता में रहे देश के लिए आपने क्या किया, इसका रिपोर्ट कार्ड देश के सामने लाना चाहिए। मोदी जी महंगाई, बरोजगारी, महिला अत्याचार, किसानों की दुर्दशा जैसे तमाम इन सवालों का जवाब नहीं देंगे।
यह बात अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मीडिया एवं पब्लिकेशन विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन पवन खेड़ा ने बुंदेलखंड के संभागीय मुख्यालय सागर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। सागर लोकसभा चुनाव की पूर्व बेला में मीडिया विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने यहां पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ जिला कांग्रेस शहर एवं ग्रामीण के अध्यक्ष द्वय डॉ आनंद अहिरवार तथा राजकुमार पचौरी, प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता प्रदेश प्रवक्ता अवनीश बुंदेला पार्टी के लोकसभा प्रभारी तथा निवाड़ी विधायक नितेंद्र सिंह राठौर, पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, डॉ संदीप सबलोक, संभागीय मीडिया कोऑर्डिनेटर अभिषेक गौर तथा शहर प्रवक्ता आशीष ज्योतिषी व अवधेश तोमर भी पत्रकार वार्ता में शामिल हुए।
खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधे तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी देश में नए विवाद पैदा करने की कोशिश करते हैं। मोदी राज में 10 साल में अभी तक जो हुआ है, आपके सामने है, मोदी जी उसका जवाब नहीं देंगे। देश की स्थिति भयावह हैं, इस देश में हर एक घंटे में दो नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं, आंकड़ा संसद के पटल पर रखा गया, एक दिन में तीन किसान आत्महत्या कर रहे हैं, देश में 1 घंटे में चार बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं, यानि 24 घंटे में 100 बलात्कार की घटनाएं। इस देश का प्रधानमंत्री इन तमाम बातों पर कोई बात नहीं करता।
उन्होंने मोदी जी से सवाल उठाया देश की जनता ने 10 साल तक आपकी गारंटी पर विश्वास किया है, मोदी जी कहते थे 40 साल का रिकार्ड टूटेगा, मोदी जी ने रिकार्ड जरूर तोड़ा 10 साल में बेरोजगारी बढ़ी है, देश में लाखों पद खाली हैं, रोजगार के लिये युवा भटक रहा है। बीते 5 सालों में ऐसी बीमारी हमारे सामने आईं जिसका नाम है पेपर लीक की बीमारी, जिससे होनहार बच्चों का भविष्य बर्बाद हुआ।
श्री खेड़ा ने कहा कि मोदी जी मंगलसूत्र के बारे में कहते हैं, बच्चों के एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने में मंगलसूत्र बिकते हैं, कोविड के दौरान मंगलसूत्र बिकते हैं, बीमारी में मंगलसूत्र बिकते हैं। मोदी जी को मंगलसूत्र के बारे में बात करना शोभा नहीं देता। हमारा न्याय पत्र पढ़े बगैर ही इस तरह देश का राजा झूठ बोल रहा है उसे यह शोभा नहीं देता, इतना ही नहीं देश के कोने-कोने में जाकर झूठ बोला जा रहा है। मोदी जी मुसलमान की बात करते हैं, जबकि हमारे न्याय पत्र में मुसलमान शब्द का उपयोग कहीं नहीं किया गया है। मोदी जी ने इन 10 सालों में केवल झूठ की गांरटी देश की जनता को दी है। मोदी जी इसलिए परेशान है कि उन्होंने 10 साल में जो किया वह बताने के लिए उनके पास कोई जबाव नहीं है। इसलिए मोदी जी झूठ पर झूठ बोल रहे हैं।
खेड़ा ने कहा कि हमारे न्याय पत्र को बनाने के लिए वरिष्ठ नेता राहुल गांधी जी पहली पदयात्रा के दौरान 4000 किलोमीटर पैदल चले और उसके बाद 6500 किलोमीटर की दूसरी यात्रा की, कुल 11000 किलोमीटर चलकर लोगों से संवाद करके सबसे बातचीत करके कांग्रेस का न्याय पत्र तैयार किया गया है। जिसका जवाब मोदी जी के पास हो ही नहीं सकता। हमने अपने न्याय पत्र में देश के नौजवानों को 1 लाख पद भरने की गारंटी दी है, हमने पक्की नौकरी देने की गारंटी दी। खेड़ा ने कहा कि अमित शाह जी कहते हैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अमेठी से डर गए, मोदी जी और अमित शाह 4 किलोमीटर भी चल कर दिखाएं राहुल गांधी 11000 किलोमीटर गर्मी में सर्दी और बरसात में चले।
अमित शाह गांधीनगर से लड़ रहे हैं, वहां पर 16 उम्मीदवारों से जबरदस्ती नाम वापसी करवाई गई, आदिवासी, ओबीसी वर्ग के कैंडिडेट को बैठाया गया। जीतने वाली सीटों पर अगर यह ऐसा कर सकते हैं तो हारने वाली सीट पर यह क्या कर सकते हैं, यह सोचने वाली बात है। भाजपा के नेता एक के बाद एक नेता, संघ के वरिष्ठ लोग लगातार कहते हैं कि आरक्षण खत्म कर देंगे। संविधान की प्रतियां जलाते उनके फोटो, उनके कार्यकर्ताओं द्वारा दिखाया गया। क्या संविधान और बाबा साहब के विषय में इनका यह सम्मान है। भाजपा कहती है 400 सीटें जीतकर संविधान को बदल देंगे, 400 पार का मतलब है कि देश में राष्ट्रपति प्रणाली होना चाहिए। भाजपा संविधान को बदलना चाहती है, आपके और मेरे अधिकार को खत्म करना चाहती है। इस देश में पत्रकारिता आज मुश्किल हो गई है, व्यक्ति का हर काम मुश्किल हो गया है, यह स्थिति देश में आ चुकी है इसलिए इसे रोकना जरूरी है।