Publish Date:20-Feb-2017 23:54:03
पाकिस्तान द्वारा अपनी तोपों को अफगान सीमा ओर बढ़ाने संबंधी खबरों के बीच पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने आज कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंध बढ़ाए गए हैं ताकि आतंकवाद पर अंकुश लगाया जा सके। समाचार पत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से खबर दी है कि पाकिस्तान में कई आतंकी हमले होने के बाद सेना चमन और टोरखाम जिलों में पाक-अफगान की तरफ तोपों को ले गई है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के धड़े जमातुल अहरार के शिविरों को सेना द्वारा निशाना बनाए जाने के दो दिन बाद तोपों को सीमा की तरफ ले जाने वाला यह कदम उठाया गया।
पाकिस्तान का आरोप है कि इस समूह को अफगानिस्तान में ‘पनाहगाह’ मिली हुई है। हाल के कुछ बड़े आतंकी हमलों के लिए इसी समूह ने जिम्मेदारी ली है। जनरल बाजवा ने कहा कि अफगानिस्तान से लगी सीमा पर सुरक्षा संबंधी कदम उठाए गए हैं ताकि दोनों देशों के लिए खतरा बने आतंकवाद को पराजित किया जा सके। सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने एक बयान में कहा कि जनरल बाजवा ने रावलपंडिी स्थित सेना मुख्यालय में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की है।
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में घुसकर आतंकवादी शिविरों पर हमले किए: रिपोर्ट
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर ‘हमले’ किए हैं। ऐसा एक रिपोर्ट में सामने आया है। इन हमलों की रिपोर्ट्स पाकिस्तान सेना के इस बयान के कुछ ही घंटों बाद आई हैं कि उसे सूफी दरगाह पर आतंकवादी हमले (17 फरवरी) के रिश्ते सरहद पार के आतंकवादियों से मिले हैं। पाकिस्तान ने शुक्रवार (17 फरवरी) को अफगान राजनयिकों को तलब किया था और उन्हें 76 आतंकवादियों की सूची सौंपी थी जिनके बारे में उसका कहना है कि वे पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन कर रहे हैं। यह कदम लाल शहबाज कलंदर की दरगाह पर शुक्रवार की रात के आत्मघाती हमले के बाद उठाया गया है जिसमें 88 लोगों की मौत हो गई।
आत्मघाती हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान ने दावा किया था कि हमले की साजिश अफगानिस्तान में आतंकवादी पनाहगाहों में रची गई है। यह टिप्पणी अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच के रिश्तों में नई तल्खी ला सकती है। जियो टीवी ने सैन्य सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि अफगानिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर हमले कल रात में किए गए। लेकिन इस बाबत आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। अगर इन हमलों की पुष्टि हो गई तो यह अफगान सरजमीन में पाकिस्तानी सेना का इस तरह का पहला अभियान होगा। साभार- जनसत्ता