Publish Date:11-Oct-2019 15:33:41
मुंबई. शुक्रवार की सुबह हुए एक बड़े धमाके के बाद ईरानी तेल टैंकर (Iran oil tanker struck by rockets) में आग लग गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑयल टैंकर में मिसाइल अटैक के बाद आग लगी. धमाका सऊदी अरब के समुद्र तट के पास हुआ है. यह तेल जहाज ईरानी तेल कंपनी NOIC का है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जब धमाका हुआ तो ईरानी जहाज सऊदी (Irani Oil Ships) के तटीय शहर जेद्दाह (Saudi port city of Jeddah)से 97 किलोमीटर की दूरी पर था. इस खबर के आते ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार तेजी आई है. ब्रेंट क्रूड (Brent Crude Oil) के दाम 58 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 60 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर निकल गए है. इस पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसका असर भारतीय जैसे कच्चा तेल इंपोर्ट करने वाले देशों पर भी होगा. अगले कुछ दिनों में पेट्रोल की कीमतें 2 रुपये तक बढ़ सकती है.
आपको बता दें कि भारत अपनी जरूरत का 80 फीसदी से ज्यादा क्रूड इंपोर्ट करता है. तेल कंपनियां पिछले 15 दिनों में क्रूड की औसत कीमत और रुपया-डॉलर एक्सचेंज रेट के आधार पर हर रोज पेट्रोल-डीजल के रेट तय करती हैं. क्रूड इंपोर्ट महंगा होने की वजह से कंपनियां पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ाती है.
अब क्या होगा- न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक अगर तनाव और बढ़ता है तो कच्चे तेल के दाम 5-6 डॉलर तक बढ़ सकते हैं. वीएम पोर्टफोलियो के हेड विवेक मित्तल ने न्यूज18हिंदी को बताया कि मौजूदा समय में कच्चे तेल के महंगे होने की दो वजहें दिख रही है.
पहली - सऊदी और ईरान के बीच तनाव बढ़ने से क्रूड के दाम शुक्रवार को पहली है बढ़ चुके हैं. वहीं, इसके 4 डॉलर प्रति बैरल तक और बढ़ने की आशंका है.
दूसरी- विवेक बताते हैं कि अगले हफ्ते दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल कंपनी अरामको के आईपीओ को मंजूरी मिल सकती है. ऐसे में सऊदी अरब सरकार क्रूड की कीमतों को और बढ़ाने की कोशिश करेगी. ताकि आईपीओ की वैल्यूएशन बढ़ सके. इसीलिए मौजूदा स्तर से कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती है.
पेट्रोल हो सकता है 2 रुपये तक महंगा- अगर कच्चा तेल 66-68 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंचता है. तो देश में पेट्रोल के दाम 2 रुपये तक बढ़ सकते है. विवेक के मुताबिक, क्रूड महंगा होने से पेट्रोल के दाम तो बढ़ेंगे ही. साथ ही, टायर बनाने वाली कंपनी, प्लास्टिक कंपनियों की लागत भी बढ़ जाएगी.
साऊदी और ईरान के बीच बड़ा तनाव-अलजजीरा के अनुसार तेल टैंकर को दो संदिग्ध रौकेट से निशाने पर लिया गया है. नेशनल ईरानी टैंकर कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि लगता है कि यह हमला मिसाइल से किया गया है. इस जहाज के दो स्टोरेज को नुकसान पहुंचा है. नुकसान के बाद लालसागर में तेल का रिसाव हो रहा है. हालांकि इसमें कोई ज़ख़्मी नहीं हुआ है. यह वाक़या तब सामने आया है जब सऊदी अरब और ईरान में भारी तनाव है.
साभार- न्यूज 18