Publish Date:28-Jul-2018 16:27:19
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ की हड्ताल का दूसरे दिन भी दिखा असर
प्रदेश के कई जिला में शतप्रतिशत रहा असर
राजधानी में दिखा हडताल का असर, रूठे कर्मचारी भी आ गये आंदोलन आज वन, चिकित्सा शिक्षा, आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय के कर्मचारियों ने भी लिया सामूहिक अवकाश, आगे की रणनीति तय करने के लिये बुलाई जायेंगी केन्द्रीय प्रबंध समिति की बैठक
भोपाल। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के आव्हान पर आज तृतीय वर्ग के ढेड लाख से भी ज्यादा कर्मचारियों ने आंदोलन के दूसरे दिवस सामूहिक अवकाश लेकर हड्ताल की। सागर,रीवा, इंदोर, जबलपुर,छिन्दवाडा, शाजापुर,सीहोर,विदिशा सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में संभाग, जिला ब्लाक एवं तहसील कार्यालयों में तृतीय वर्ग कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर शासकीय कार्य बंद रखा। सबसे ज्यादा असर विभागाध्यक्ष कार्यालय, आयुक्त कार्यालय, जिला कलेक्टर कार्यालय एवं तहसील कार्यालय में देखा गया जहा पर हडताल के कारण आम जनों के काम नही हुए और उन्हें दिक्कतों का सामना करना पडा। प्रदेश भर के आर.टी.ओ कायालय बन्द रहने के कारण लोगों के लायसेंस नही बने तथा गाडियों को फिटनेस भी नही मिली।
संघ के प्रांत अध्यक्ष ओ.पी. कटियार एवं उपप्रांताध्यक्ष लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि सामूहिक अवकाश आंदोलन पूर्ण रूप से सफल रहा और कर्मचारियों ने संघ के नेतृत्व में पूर्ण आस्था दिखलाई। नेताद्वय ने कहा कि आंदोलन की समीक्षा के लिये तथा आगामी आंदोलन के लिये संघ की केन्द्रीय प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की जायेंगी जिसमें संघ के 10 अग्स्त को प्रदेश में जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपे जाने एवं 31 अगस्त को जिला एवं राजधानी में धरना आंदोलन किये जाने की तैयारी को अंतिम रूप दिया जायेंगा।
भोपाल जिला .... संघ के जिला शाखा अध्यक्ष एवं लिपिक वर्गीय कर्मचारी समिति के प्रांतीय संयोजक विजय रघुवंशी ने बताया कि आंदोलन के दूसरे दिन राजधानी में सतपुडा विंध्याचल डीपीआइ आरटीओ, निर्माण भवन,हथकरघा संचालनालय, मत्सय संचालनालय नर्बदा भवनमे हडताल का व्यापक असर देखा गया ा आज चिकित्साशिक्षा, वन एवं आर्थ्रिक संचालनालय के कर्मचारियों ने भी आंदोलन में हिस्सा लिया ा 4000 से अधिक कर्मचारियों आज सामूहिक अवकाश पर रहे। कर्मचारियों के अवकाश पर रहने के कारण कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा तथा काम के लिये आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पडा ।
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अशोक चतुर्वेदी, राजेश तिवारी,एस.एस. रजक, एस; एन.. शुक्ला, मोहन अययर , उमाशंकर तिवारी, ताहिर कुरेशी, एम.एल. मिश्रा, राकेश खरे, रमेश चिढार, आर.के. कटियार उमेश बोरकर, ओ.पी. सोनी, , अजब सिंह, शाजिद, अजय जैसवाल, सी.पी. श्रीवास्तव, श्याम यादव, धर्मेश शर्मा, एन;सी. जैन, अरूण भार्गव,अरविंद सावनेर, रविकांत बरोलिया, विजय मिश्रा, टी.सी. वर्मन, आर.के. रावत कनक लता चतुर्वेदी, संतोष शर्मा,अनूप शर्मा, इनायत अली आदि ने आंदोलनको सफल बनाने के लिये राजधानी के कर्मचारियों का अभार माना है।
प्रमुख मांगे ; लिपिक वर्गीय कर्मचारियों के लिये गठित रमेशचन्द्र शर्मा समिति की 23 अनुसंशाओं को लागू किया जायें, सातवें वेतनमान के अनुरूप भत्ते दिये जायें, शिक्षकों को पदोन्नत पदनाम दिया जायें,ई अटेंडेंस प्रथा समाप्त की जायें,संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जायें,पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जायें,आउट र्सोसिंग प्रथा बंद की जायें।