Publish Date:29-Oct-2016 20:08:56
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमारसिंह चौहान और प्रदेश संगठन महामंत्री श्री सुहास भगत ने कहा कि विश्व में भारतीय सैनिकों ने अपने शौर्य और पराक्रम की विशेष छाप अंकित की है। युद्ध हो अथवा शांति (शांति सेना दल) भारतीय सैनिकों की दुनिया भर में प्रशंसा हुई है। भारतीय सैनिकों का हिमालियन मनोबल ही उनका अजेय शस्त्र और अस्त्र बल है। उनके पीछे सवा अरब जनता का समर्थन और समाज में सम्मान है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर मोर्चा पर डटे सैनिकों को बधाई संदेशों का तांता लगा है। सैनिक परिवारों का अभिनंदन किया जा रहा है और जनप्रतिनिधि, संस्थाएं उन्हें दीपावली के तोहफे भेंट करने सैनिक कालोनियों में पहुँच रहे है। चाैहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दीपावली का उत्सव सैनिकों के साथ चीन की सीमा माना सैनिक शिविर में मनायेंगे। इसके पहले भी नरेन्द्र मोदी ने दीपावली का पर्व 2014 में दुनिया के सबसे उंचाई वाले युद्ध क्षेत्र सियाचिन में मनाई थी और 2015 में मोदी ने दीपावली सैनिकों के बीच पाकिस्तान सीमा पर पंजाब क्षेत्र में मनाई थी। सैनिकों को महसूस होता है कि देश की जनता और सरकार सैनिकों के पीछे चट्टान की तरह खड़ी है।
चौहान ने जन-जन से आग्रह किया है कि वे दीपावली पर्व के मौके पर सैनिकों को मोर्चा पर बधाई संदेश भेजने के साथ अपने निकटवर्ती सैनिक बसाहट में अवश्य पहुंचे और सैनिक परिवारों के साथ पर्व की खुशियां बांटे। दीपावली को रात्रि में अपने घर, चैगान, सार्वजनिक स्थल पर शहीदों के नाम दीपक जलाकर उनका पुण्य स्मरण करना न भूले।
दीपावली के पर्व पर मां भारती के चित्र की स्थापना के साथ शहीदों की स्मृति के दीप जलेंगे
भारतीय जनता पार्टी के सभी संगठनात्मक 56 जिलों में कार्यकर्ता दीपावली के अवसर पर 30 अक्टूबर रात्रि मंडल स्तर पर किसी भी सार्वजनिक स्थल पर रंगोली बनाकर उन्नत स्थल पर भारत माता का चित्र रखकर उसके समक्ष दीपक प्रज्जवलित करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमारसिंह ने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि वे एक एक दीपक वीर शहीदों की स्मृति में आलोकित कर उनके शौर्य और पराक्रम का पुण्य स्मरण करेंगे। जहां संभव होगा मानव श्रृंखला बनाकर अजेय भारत की कल्पना को साकार करेंगे। प्रधानमंत्री के आव्हान पर सीमा पर तैनात सैनिकों को मोबाइल पर लोड करके एसएमएस के जरिए दीपावली का बधाई संदेश भेजकर जवानों का मनोबल बढ़ायेंगे, अथवा 1922 नंबर पर काल करके वायस संदेश भी भेजा जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि 1 नवंबर 1956 को मध्यप्रदेश की स्थापना हुई थी। मध्यप्रदेश की 61 वीं वर्षगांठ 1 नवंबर 2016 का अवसर हमें सुख समृद्धि और बहुलता का संदेश देता है। एक दीपक प्रदेश की समृद्धि और साढ़े सात करोड़ जनता की खुशहाली के लिए अवश्य जलाए। यह मौका है जब कार्यकर्ता प्रदेश की जनोन्मुखी योजनाओं पर गर्व के साथ चैपाल चर्चा आयोजित कर सकेंगे।
चौहान ने कहा कि 31 अक्टूबर लौह पुरूष वल्लभभाई पटेल की जयंती है। राष्ट्रीय एकता उनका संकल्प था। 31 अक्टूबर से 6 नवंबर तक राष्ट्रीय एकता पर चौपाल चर्चा, संगोष्ठी, विचार गोष्ठी आयोजित की जायेगी। सरदार पटेल की प्रतिमा जहां भी है वहां समारोहपूर्वक माल्यार्पण का कार्यक्रम दिवस की गरिमा बढ़ायेगा। राष्ट्रीय एकता के लिए समर्पित होने की शपथ का कार्यक्रम भी गरिमापूर्वक आयोजित किया जायेगा।