दुनिया की सबसे अजीब जगह, मानो एलियन का हो बसेरा
Publish Date:31-Aug-2016 14:11:51
सोकोत्रा द्वीप को जब आप देखेंगे तो पहली बार में आपको यही लगेगा कि जैसे आप किसी दूसरी दुनिया में पहुंच गए हैं। अफ्रीका से बहुत दूर यह 'लॉस्ट आइलैंड' दिखने में काफी अनोखा है। कुछ समय पहले तक तो लोग इसके बारे में जानते तक नहीं थे लेकिन यह जगह अब लोगों के कौतूहल का ठिकाना बन गई है।
गैलगोपास द्वीप की तरह दिखने वाले इस द्वीप में करीब 800 दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं। जिनमें से कई प्रजातियां तो ऐसी हैं जो यहां के अलावा और कहीं नहीं मिलती। सोमालिया से 250 किमी और यमन से 340 किमी दूर इस द्वीप में आपको रेत भी देखने को मिल जाएगा, समुद्र भी देखने को मिल जाएगा। हरी-भरी वादियां भी देखने को मिल जाएंगी और बंजर-उजड़ी धरती भी देखने को मिल जाएगी।
इस द्वीप को अक्सर पृथ्वी की सबसे ज़्यादा परग्रही दिखने वाली जगह के रूप में वर्णित किया जाता रहा है। इस द्वीप पर करीब 44 हज़ार लोगों की आबादी भी बसती है। इन लोगों की परंपराएं भी अजीब हैं। बीमारियों और मुसीबतों के लिए ये लोग सिर्फ भूत-प्रेत पर ही विश्वास करते हैं। हालांकि धीरे-धीरे यहां के लोग भी यहां आने वाले टूरिस्ट की वजह से मॉडर्न टेक्नोलॉजी से जुड़ रहे हैं। इस द्वीप की अजग-गजब और अनोखी बनावट के कारण युनेस्को ने से वर्ल्ड हेरिटेज घोषित कर दिया है।
यहां पाए जाने वाले ‘अझ़दहा रक्त वृक्ष’ से निकलने वाला रस (जो ख़ून जैसे लाल रंग का होता है) को जमाकर बनाने वाला ‘लोबान’ (फ़्रैंकिनसेन्स) नामक सुगन्धित पदार्थ यहाँ से बहुत निर्यात होता था इसलिए इस द्वीप का नाम ‘सूक अल-क़तरा’ (अझ़दहा रक्त की बूंदों का बाज़ार) सोकोट्रा द्वीप पड़ा। लेकिन इस बात का जवाब किसी के पास नहीं है कि ये जगह धरती की बाकी जगहों से इतनी अलग और अजीब क्यों है।