Publish Date:03-May-2020 02:22:41
भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज को प्लाज्मा थेरेपी के क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी मिल गई है। इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर ) द्वारा शनिवार रात को यह मंजूरी जारी की गई। इसके तहत गांधी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस ( कोविड-19) के मरीजों पर प्लाजमा थेरेपी का क्लीनिकल ट्रायल किया जा सकेगा। इस संपूर्ण प्रोजेक्ट का खर्चा आईसीएमआर द्वारा उठाया जाएगा। गांधी मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग की प्रोफेसर सिम्मी दुबे द्वारा प्लाजमा थेरेपी ट्रीटमेंट दिया जाएगा। जीएमसी के ब्लड बैंक ऑफिसर डॉक्टर उमेंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि आईसीएमआर की मंजूरी शनिवार रात को प्राप्त हो गई है। इस प्रोजेक्ट के तहत जीएमसी के जितने डॉक्टर और अन्य कर्मचारी कार्य करेंगे उन सभी का बीमा भी आईसीएमआर द्वारा कराया जाएगा।
प्लाज्मा थैरेपी बन सकती है उम्मीद की किरण
प्लाज्मा थैरेपी इस बीमारी के इलाज में अहम भूमिका निभा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मरीज जो कोरोना को मात देकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं, उनके शरीर में कोविड-19 वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडीज विकसित हो चुकी होती हैं।
इंदौर में भी शुरू हो चुका है काम
इन स्वस्थ्य हो चुके मरीजों के रक्त से प्लाज्मा निकालकर कोरोना के मरीजों के शरीर में इंजेक्ट किया जाए तो ये एंटीबॉडीज उनके शरीर में फैले कोविड-19 वायरस को खत्म कर बीमारी पर जीत दिला सकती है। प्लाज्मा देने के लिए अमेरिका में 80 हजार से ज्यादा स्वस्थ्य हो चुके मरीजों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। मप्र के इंदौर में भी इसे लेकर काम शुरू हो गया है।
साभार- नईदुनिया