Publish Date:29-May-2020 17:43:18
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को भी उन्हें एक कार्डियक अरेस्ट आया था, जिसके बाद उनकी हालत ज्यादा गंभीर हो गई थी। शुक्रवार को राजधानी रायपुर के नारायण हॉस्पिटल में अजीत जोगी ने अंतिम सांस लीl सीएम भूपेश बघेल, पूर्व सीएम डॉक्टर रमन सिंह और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक सहित अनेक हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने जोगी के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा तथा कोई भी शासकीय समारोह आयोजित नहीं होंगे। स्वर्गीय जोगी का राजकीय सम्मान के साथ 30 मई को गौरेला में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का आज निधन हो गया। अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने ट्वीट कर अपने पिता के निधन की सूचना दी है। उन्होंने लिखा, '20 वर्षीय युवा छत्तीसगढ़ राज्य के सिर से आज उसके पिता का साया उठ गया। केवल मैंने ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ ने नेता नहीं, अपना पिता खोया है। अजीत जोगी ढाई करोड़ लोगों के अपने परिवार को छोड़कर, ईश्वर के पास चले गए। गांव-गरीब का सहारा,छत्तीसगढ़ का दुलारा, हमसे बहुत दूर चला गया।' अमित जोगी ने कहा वेदना की इस घड़ी में मैं निशब्द हूं। परम पिता परमेश्वरम उनकी आत्मा को शांति और हम सबको शक्ति दे। उनका अंतिम संस्कार उनकी जन्मभूमि गौरेला में कल होगा।
जोगी राजधानी रायपुर के नारायणा अस्पताल में पिछले 21 दिनों से उनका उपचार चल रहा था। जोगी तभी से कोमा में थे। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ सुनील खेमका और डॉ पंकज ओमर के नेतृत्व में विशेषज्ञों की टीम लगातार 24 घंटों तक उनके स्वास्थ्य की निगरानी में जुटी थी। शुक्रवार सुबह ही डॉ खेमका ने बताया था कि जोगी को विशेष इंजेक्शन दिया गया, जिसका प्रयोग अभी तक छत्तीसगढ में बहुत कम हुआ है।
जिसके बाद अजीत जोगी की हालत स्थिर बनी हुई थी। जोगी पिछले 21 दिनों से अस्पतान में थे। बताया जाता है कि 9 मई की सुबह उनकी हालत बिल्कुल सामान्य थी। सुबह के वक्त नाश्ते के बाद वे बंगले के बागीचे में बैठे थे। इस दौरान उन्होंने पेड़ से गिरे गंगा इमली के फल को खाया। फल का बीज उनके गले में फंस गया। इसके बाद वह बीज स्वांस नली में अटक गया।
नितिन गडकरी ने जताया शोक
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन पर शोक जताया है। मध्य प्रदेश बीजेपी के कद्दवार नेता कैलाश विजवर्गीय ने अजीत जोगी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनका निधन मेरे लिए दुखद है। इंदौर में कलेक्टर रहते हुए उन्होंने कई बड़े फैसले लिए थे, जिसका लाभ शहर को मिला था।
सीएम भूपेश बघेल ने प्रकट किया शोक
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अजीत जोगी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने तीन दिनों के राजकीय शोक की घोषणा भी की है। उन्होंने कहा है कि अजीज जोगी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय स्मान के साथ किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी का निधन छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए एक बड़ी राजनीतिक क्षति है। हम सभी प्रदेशवासियों की यादों में वो सदैव जीवित रहेंगे। विनम्र श्रद्धांजलि। ॐ शांति:'
Shivraj Singh Chouhan
@ChouhanShivraj
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1h
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी जी के निधन से दुःखी हूँ। मैं उनके चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ।
मेरी संवेदनाएँ शोकाकुल परिवार के साथ हैं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें और इस कठिन घड़ी में उनके परिजनों को संबल प्रदान करें।
ॐ शांति
digvijaya singh
@digvijaya_28
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2m
अजीत जोगी जी के दुखद देहान्त के समाचार सुन कर बेहद दुख हुआ। मेरे निजि मित्र व साथी थे। परिपक्व राजनीतिज्ञ व कुशाग्र बुद्धि के धनी थे। मैं उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
P L Punia
@plpunia
छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।उनका जीवन हमेंशा संघर्ष एवं उपलब्धियों का रहा है और वे इसके लिए हमेंशा याद किए जाऐंगे।इस दुःख की घडी में अपनी शोक संवेदना व्यक्त करता हूं।ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को देवलोक प्राप्त हो
Office Of Kamal Nath
@OfficeOfKNath
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48m
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी के दुःखद निधन का समाचार प्राप्त हुआ।
वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे।
परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ।
ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान व पीछे परिजनो को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।
MP Congress
@INCMP
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35m
छत्तीसगढ़ के पूर्व एवं प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी जी के निधन की दुखद खबर है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा से लेकर राज्यसभा और फिर मुख्यमंत्री तक का सफ़र तय करने वाले श्री अजीत जोगी जी ने जनसेवा का अतुलनीय कीर्तिमान स्थापित किया है।
“नमन एवं श्रद्धांजलि”
Dr Narottam Mishra
@drnarottammisra
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16m
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद श्री अजीत जोगी जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को आशीर्वाद प्रदान करें और शोकाकुल परिवार को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति दें।
ॐ शांति
Folded hands
Rajneesh Agrawal
@rajneesh4n
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26m
छत्तीसगढ़ के Ex CM श्री अजीत जोगी जी को सादर श्रद्धांजलि।
मेरा कुछेक बार उनके साथ TV डिबेट में सम्पर्क आया। वे 2 दशक पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे हैं। अत्यंत सौम्यता से विषय पर गहराई से बात रखते थे। वे राजनीति के बहुत संघर्षशील योद्धा थे। ॐ शांति।
प्राध्यापक से कलेक्टर और सीएम तक
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्राध्यापक के रूप कैरियर की शुरूआत की। पहले आई.पी.एस. के रूप में अपनी सेवाएं दी इसके बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुए। अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान इंदौर, रायपुर सहित कई जिलों के कलेक्टर रहे। जोगी सांसद, विधायक भी रहे। एक नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य बना तो वे राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बने।
अजीत जोगी का पूरा नाम है अजीत प्रमोद कुमार जोगी। मध्य प्रदेश के विभाजन के होने के बाद 1 नवंबर 2000 को जब छत्तीसगढ़ के नाम से एक अलग राज्य बना था तो वे यहां के पहले मुख्यमंत्री चुने गए थे। अजीत जोगी ने अपने करियर की शुरुआत बतौर कलेक्टर की थी। उसी समय तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संपर्क में आ गए। 1986 के आसपास उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली और सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया।
बिलासपुर के पेंड्रा में जन्में अजीत जोगी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद पहले भारतीय पुलिस सेवा और फिर भारतीय प्रशासनिक की नौकरी की। बाद में वे मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सुझाव पर राजनीति में आये।
अजीत जोगी साल 1986 से 1998 तक राज्यसभा के सदस्य रहे। इस दौरान वह कांग्रेस में अलग-अलग पद पर कार्य करते रहे, वहीं 1998 में रायगढ़ से लोकसभा सांसद चुने गए। वे विधायक और सांसद भी रहे। उसके बाद वह वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के दौरान यहां के पहले मुख्यमंत्री बने तथा वर्ष 2003 तक मुख्यमंत्री रहे। राज्य में वर्ष 2003 में हुए विधानसभा के पहले चुनाव में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी से पराजित हो गई थी।
हालांकि, उसके बाद जोगी की तबीयत खराब होती रही और उनका राजनीतिक ग्राफ भी गिरता गया। लगातार वह पार्टी में बगावती तेवर अपनाते रहे और अंत में उन्होंने अपनी अलग राह चुन ली। राज्य में कांग्रेस नेताओं से मतभेद के चलते जोगी ने साल 2016 में नई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का गठन कर लिया था और वह उसके प्रमुख थे। अजीत जोगी ने 2016 में कांग्रेस से बगावत कर अपनी अलग पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नाम से गठन किया था जबकि एक दौर में वो राज्य में कांग्रेस का चेहरा हुआ करते थे।