16-Apr-2024

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.... क्‍या एक बार फिर शिवराज कैबिनेट का विस्‍तार टल गया, अब राज्‍यसभा चुनाव के बाद संभावना

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राजकाज न्‍यूज, भोपाल

राज्‍य सभा के चुनावों के लिए मतदान की तिथि घोषित होने के बाद अब शिवराज मंत्रिमण्‍डल का गठन एक बार फिर टलता नजर आ रहा है। इससे जहां सिंधिया समर्थकों में बैचेनी है, वहीं बीजेपी के उन विधायकों के बीच भी असंतोष बढ़ता जा रहा है, जो मंत्री पद के सशक्‍त दावेदार है। इस सब चर्चा के बीच प्रबल 2 दावेदार दिल्‍ली तक चक्‍कर लगा आए है। शुक्रवार को मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्‍तम मिश्र की मुलाकात ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। रोज ही बैठकों में मिलने वाले शिवराज सिंह एवं नरोत्‍तम मिश्र के चाय पर मिलने को लेकर भी चर्चाएं गर्म हैं। यहां बता दें कि डॉ. मिश्रा से भी कई दावेदार मिलते रहे रहते हैं। शिवराज सिंह की डॉ. मिश्रा की यह मुलाकत बीजेपी से कांग्रेस में गये बालेन्‍दु शुक्‍ल के जाने के तत्‍काल पहले हुई। ग्‍वालियर के नेता और कभी ज्‍योतिरादित्‍य एवं माधवराव सिंधिया के कट्टर समर्थक रहे बालेन्‍दु शुक्‍ल ब्राह्मण नेता है, और ग्‍वालियर एवं चम्‍बल संभाग में जातिवाद का महत्‍व होता है।

गौरतलब है कि शिवराज सिंह मई के आखिर में और फिर जून माह की शुरूआत में मीडिया एवं अन्‍य स्‍थलों पर तथा बीजेपी कार्यालय में हुई बैठकों के बाद बाहर चर्चा में यह बात कह चुके हैं कि विस्‍तार जल्‍दी ही हो जाएगा। एक बार तो उनके जवाब से संभावना प्रबल हो गयी थी कि 2 जून को विस्‍तार हो जाएगा, फिर चर्चा 4 जून की चलने लगी अब यह तिथि भी निकल चकी है। अब राजनीतिक प्रेक्षक राज्‍यसभा चुनाव के बाद इसकी संभावना जताने लगे है। वैसे सूत्रों का दावा है कि शिवराज सिंह एवं डॉ. नरोत्‍तम मिश्रा के बीच राज्‍यसभा चुनाव एवं विधानसभा के 24 उप चुनावाें को लेकर चर्चा हुई हैं। वैसे भी जिस चम्‍बल एवं ग्‍वालियर संभाग की 16 सीटों के चुनाव होना है, उसमें संभाग के एक बड़े नेताओं में डॉ. नरोत्‍तम भी शा‍मिल है। यही नहीं शिवराज सिंह को मुख्‍यमंत्री पद तक चौथी बार पहुंचाने में उनका भी अहम् रोल रहा है। वहीं कांग्रेस के युवा विधायक कुणाल चौधरी ने इस मुलाकात को एक मुख्‍यमंत्री की सुपर सीएम सेे बताया है। बीजेपी प्रदेश अध्‍यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि यह तो सामान्‍य मुलाकात है, सीएम तो अपने कार्यकर्ताओं से मिलते रहते है।

अब राज्यसभा चुनाव के बाद शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार के आसार

समाचार पत्र नईदुनिया की खबर के मुताबिक लंबे समय से लंबित शिवराज कैबिनेट का विस्तार अब राज्यसभा चुनाव के बाद तक टाला जा सकता है। भाजपा हाईकमान राज्यसभा चुनाव से पहले किसी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहता है। पार्टी को डर है कि मंत्रिमंडल विस्तार से असंतोष बढ़ेगा और असंतुष्ट माहौल खराब कर सकते हैं। गौरतलब है कि 19 जून को मप्र में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मतदान होना है।

दिग्गज नेताओं का मानना है कि अब 25 जून के आसपास विस्तार की तारीख तय हो सकती है। गौरतलब है कि 23 मार्च को शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट गठन के दौरान पांच मंत्रियों को शपथ दिलाई थी। इनमें भाजपा कोटे से तीन और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर आए पूर्व विधायकों में से दो को शपथ दिलाई गई थी।

मप्र विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से कैबिनेट में अधिकतम 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। फिलहाल कैबिनेट में छह पद भरे हैं। मप्र में पिछले तीन महीने से चल रहे सियासी उठापटक का दौर अब तक जारी है। पूर्ववर्ती कमल नाथ सरकार द्वारा इस्तीफा देने के बाद से दो-सवा दो महीने का समय निकल गया, लेकिन खींचतान के चक्कर में शिवराज कैबिनेट का विस्तार नहीं हो पा रहा है।

पहले लॉकडाउन के कारण और फिर हाईकमान के कारण कैबिनेट का विस्तार टल रहा है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि अब हाईकमान राज्यसभा चुनाव के पहले किसी तरह की कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है, इसलिए नए मंत्रियों को शपथ दिलाने की तारीख भी राज्यसभा के मतदान के बाद की तय होने की संभावना है।

हालांकि इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफतौर पर कहा था कि 31 मई के पहले विस्तार हो जाएगा। इसी दौरान चौहान ने हाईकमान से मिलने के लिए दिल्ली जाने की बात कही, लेकिन मुलाकात तय न हो पाने के कारण जून का पहला सप्ताह भी निकल गया।

संगठन का विस्तार भी जल्द

इधर कैबिनेट के साथ-साथ भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा की टीम का भी गठन होना है। संभावना है कि कैबिनेट और संगठन की टीम साथ-साथ ही बनाई जाए। नईदुनिया के साथ बातचीत में शर्मा ने कहा कि पार्टी की प्राथमिकता पहले कोरोना की रोकथाम है, इसलिए समूचा संगठन आम लोगों की मदद के लिए लगा हुआ है।

नरोत्तम के घर पहुंचे शिवराज, राजनीति में आई गर्माहट

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को सुबह अचानक गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के घर पहुंच गए। मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद और प्रशासनिक सर्जरी के बीच दोनों दिग्गज नेताओं की अचानक मुलाकात से प्रदेश सियासत में गर्माहट आ गई। सोशल मीडिया से लेकर तमाम अन्य न्यूज चैनल्स में अलग-अलग खबरें तैरने लगीं।

गौरतलब है कि कद्दावर नेता मिश्रा मप्र में चली सियासी उठापटक के मुख्य किरदार रहे हैं। संभावना यह भी जताई ता रही थी कि मिश्रा को इनाम स्वरूप डिप्टी सीएम बनाया जाएगा। मिश्रा के घर पर दोनों नेताओं की एकांत में बातचीत भी हुई। इससे पहले दोनों ने परिवार सहित नाश्ता किया और स्वजनों के साथ आपस में बातचीत की।

सौजन्य भेंट थी

मुख्यमंत्री स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय की कमान संभाल रहे डॉ. नरोत्तम मिश्रा के घर सीएम परिवार सहित पहुंचे तो कुछ ही पलों में मीडिया एकत्र हो गया। मुख्यमंत्री निकले तो उनसे तमाम सवाल भी हुए। सीएम ने कहा कि वे सिर्फ सौजन्य भेंट के लिए आए थे।

नरोत्तम मिश्रा और उनका साथ दशकों पुराना है। दोनों ने भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी साथ-साथ काम किया है। गौरतलब है कि चौहान की तीनों पारी में नरोत्तम मिश्रा उनके संकटमोचक माने जाते थे। लेकिन सियासत में आए उतार-चढ़ाव के बाद दोनों के रिश्ते में तल्खी भी आ गई थी।

मिश्रा नेता प्रतिपक्ष के साथ-साथ प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में भी शामिल रहे हैं। कमल नाथ सरकार गिरने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री का भी प्रबल दावेदार माना जा रहा था ।

सुहास से मिले मिश्रा

दोपहर में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भाजपा कार्यालय जाकर संगठन महामंत्री सुहास भगत से मिले। दोनों के बीच किन समीकरणों को लेकर बातचीत हुई ,यह तो पता नहीं चला लेकिन इस मुलाकात को उपचुनाव की तैयारी से जोड़कर देख जा रहा है। सीएम और शर्मा की मुलाकात शुक्रवार शाम को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच मंत्रालय में मुलाकात हुई। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच उपचुनाव की तैयारियों के मुद्दे पर चर्चा हुई।

साभार- नईदूनिया

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