26-Apr-2024

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कहां गई मामा मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता- नेता प्रतिपक्ष

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि सत्ता के मद और अहंकार में सुद-बुध खो बैठा है शिवराज मंत्रिमंडल

भोपाल, 14 दिसंबर 2017। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अपने कार्यकाल के 14 वर्ष पूरे होने के बाद सत्ता के मद और अहंकार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्री अपनी संवेदनशीलता और सुद-बुध खो बैठे हैं। उन्होंने कहा कि रेप पीड़िता की पहचान छुपाने के बजाए ऐसे उपाय किए जा रहे हैं कि वह जीवन भर जिल्लत भरी जिंदगी जीते रहे। उन्होंने कहा कि उससे अधिक शर्मनाक यह है कि मुख्यमंत्री का सम्मान जब हो रहा था तब सागर में एक नाबालिग रेप पीड़िता की अंत्येष्टि हो रही थी। कहां गई मामा मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता ?
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि बच्चियों और महिलाओं के साथ शारीरिक अत्याचार में पूरे देश में नंबर वन रहने के बाद भी मुख्यमंत्री एक ऐसे विधेयक पास होने पर अपना सम्मान करवा रहे हैं जिसके कानून बनने का पता भी नहीं है। उन्होंने कहा कि संवेदनहीन मुख्यमंत्री जिस समय अपना सम्मान महिलाओं के बीच करवा रहे थे, उसी समय सागर जिले में सामूहिक गैंगरेप कर जिंदा जला दी गई लड़की की अंत्येष्टि की तैयारी चल रही थी। श्री सिंह ने कहा कि गृहमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही नाबालिग के साथ अत्याचार हुआ। इतना सब होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जो अपने को मामा बुलवाते हैं कैंसे सम्मान करवा सकते हैं। 
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि प्रदेश में एक ओर बालिकाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं वहीं शिवराज सरकार के मंत्री उन्हें समाज में इज्जत दिलाने के बजाए ऐसे-ऐसे सुझाव दे रहे हैं कि वे जीवनभर जिल्लत की जिंदगी जीने को मजबूर रहें। सिंह ने कहा कि एक मंत्री कोचिंग 7 बजे बंद करने, तो दूसरे मंत्री ने रेप पीड़िता को पद्मावती सम्मान देने तो तीसरी महिला मंत्री कह रही हैं कि रेप पीड़िता को शस्त्र लायसेंस देंगे। नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि महिला मंत्री का यह बयान बताता है कि भाजपा सरकार महिलाओं की सुरक्षा कर पाने में नाकाम हो गई है, वहीं समाज में रेप पीड़िता जीवन भर सरकार के तमगे को लगाकर घूमेगी कि वह रेप पीड़िता है। ऐसा बयान एक महिला मंत्री का दिया जाना जहां सुप्रीम कोर्ट की रेप पीड़िता की पहचान गाइड लाइन का उल्लंघन तो है ही वहीं यह भी बताता है कि शिवराज के मंत्री अपनी सुदबुध खो बैठे हैं। 
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि फांसी का कानून से ज्यादा जरूरी है कि मुख्यमंत्री अपने पुलिस तंत्र की कार्यवाही को सख्त और शीघ्र बनाएं ताकि ऐसे अपराध करने वालों को मिलने वाली सजा से अपराधियों में खौफ पैदा हो। सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ऐस झुनझुना लेकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं जिसका अभी कुछ पता नहीं है, जो विधेयक अभी राष्ट्रपति के पास गया ही नहीं वह कब मंजूर होगा इसका पता नहीं है, उस पर अपना सम्मान करवाना बताता है कि मुख्यमंत्री सिर्फ सम्मान, जश्न के भूखे हैं जिसमें वह दिन-रात डूबे हुए हैं।
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