Publish Date:11-Jul-2018 01:34:11
राजकाज न्यूज, भोपाल
विधानसभा चुनाव की तेजी से तैयारी कर रहे मध्यप्रदेश मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में ऐन मौके पर मुखिया को बदलने का निर्णय लिया गया है। भारत निर्वाचन आयोग से आए निर्देश के बाद मध्यप्रदेश मंत्रालय से तीन आई ए एस अधिकारियों का पैनल भेजा गया, इसमें से भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1992 बैच के अधिकारी वी एल कांताराव को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बनाने का निर्णय लिया गया। इस तरह से तीन वर्ष से अधिक समय से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की भूमिका निभा रही श्रीमती सलीना सिंह की विदाई हो गयी। वी एल कांताराव 2013 विधानसभा चुनाव के दौरान अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रह चुके है।
1986 बैच की आईएएस अधिकारी सलीना सिंह को 26 जून को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बने तीन साल हो गए थे। जबकि कांग्रेस मतदाता सूची से लेकर लगातार शिकायतें कर रही थी। मध्य प्रदेश में पिछले काफी लंबे समय से चुनाव मतदान सूची में गड़बड़ी की शिकायतें मिल रही थी। कोलारस और मुंगावली विधानसभा उपचुनाव के समय इस बात की पुष्टि भी हुई थी, जिसके बाद तत्कालीन कलेक्टर को पद से हटा दिया गया था। सलीना सिंह इस पूरे मामले में बेहद सख्त रवैया अपनाए हुई थी और उन्होंने लगातार चुनाव आयोग को इस बारे में पत्र भी लिखे थे। कोलारस, मुंगावली उपचुनाव के समय सलीना सिंह का भाजपा के नेताओं से अच्छा खासा विवाद भी हुआ था।
वैसे यह भी कहा जा रहा है कि भारत निर्वाचन आयोग के स्पष्ट आदेश हैं कि चुनाव ड्यूटी में लगा कोई भी अफसर तीन साल से ज्यादा समय तक एक पद पर नहीं रहेगा। इसी कारण से सलीना सिंह को इस पद से मुक्त किया गया है।