Publish Date:18-Dec-2018 20:46:47
भोपाल, 18 दिसम्बर, 2018, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता व मध्यप्रदेश यूथ फोरम के अध्यक्ष नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि कमलनाथ जी एक सच्चे सिख हितेषी हैं, सिख धर्म में उनकी गहरी आस्था है। बड़ी संख्या में देश भर का सिख समुदाय उनसे जुड़ा हुआ है। सिख समाज के हितों की रक्षा व प्रगति के लिये वे सदैव अग्रणी रहे हैं। 84 के दंगों से उनका कोई लेना देना नहीं है। उनकी कोई संलिप्तता या भूमिका नही है और ना ही इस बात के आज तक कोई प्रमाण है। ना ही उन पर आज तक कोई प्रकरण इस मामले में दर्ज हुआ है। लेकिन मध्य प्रदेश के चुनाव में उनके कारण भाजपा को मिली करारी हार की बौखलाहट में भाजपा के लोग पर्दे के पीछे से घ्रणित राजनीति खेल रहे हैं। विकास के मुद्दों से ध्यान हटाने के लिये वे इस तरह की राजनीति खेल रहे है। वह जानबूझकर कमलनाथ जी पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।
यदि कमलनाथ जी पर इस तरह के आरोप थे तो 34 वर्ष पुराने मामले में आज तक भाजपा चुप क्यों रही? केंद्र में भी पिछले साढे 4 वर्षों से उनकी सरकार है। इन 34 वर्षों में कमलनाथ जी कई पदों पर रहे। कई बार केंद्रीय मंत्री रहे। निरंतर सांसद का चुनाव लड़ते रहे। संसद के सदस्य रहे लेकिन तब तो भाजपा ने इस तरह के कोई आरोप उन पर नही लगाये? कोई आवाज नहीं उठाई? यह सब आरोप राजनीति से प्रेरित है व जानबूझकर कमलनाथ जी की छवि को धूमिल करने का प्रयास है।
झूठी घोषणाओं के दम पर गुमराह किया गया, हक मांगने पर सीने पर गोलियां दागी
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि जिस भाजपा सरकार के 15 वर्ष के शासनकाल में किसानों को छला गया, झूठी घोषणाओं के दम पर निरंतर गुमराह किया गया, खेती को घाटे का धंधा बनाया गया।वह भाजपा नेता आज प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के पदभार ग्रहण करने के 1 घंटे के भीतर अपने पहले आदेश में किसानों की कर्ज माफी के आदेश पर हस्ताक्षर करने को किस मुंह से छलावा बता रहे हैं।
सलूजा ने कहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के शपथ ग्रहण समारोह के पूर्व जो भाजपा नेता इंतजार में बैठकर बयानबाजी कर रहे थे की यदि किसानों का कर्जा 10 दिन में माफ नहीं किया गया तो हम सड़कों पर उतरेंगे, आंदोलन करेंगे। उन्हें लग रहा था की कांग्रेस की नवनिर्वाचित सरकार भी उनकी सरकार की तरह घोषणावीर साबित होगी और अपने वचन पत्र के बिंदुओं पर अमल नहीं करेगी इसलिए वह कर्ज माफी को लेकर सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के पूर्व ही बयान बाजी कर रहे थे। लेकिन जब प्रदेश के मुख्य मंत्री कमलनाथ ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के 1 घंटे के भीतर ही अपने पहले आदेश में किसानों के कर्ज माफी के आदेश पर हस्ताक्षर किए तो हैरान-परेशान भाजपाईयो को जब कुछ नहीं सूझा तो वह अब कर्ज माफी पर ही सवाल उठाने लग गए और इसे ही छलावा बताने लग गए।जिन भाजपाइयों के शासनकाल में कर्ज के बोझ के कारण सर्वाधिक किसान आत्महत्या करते थे। किसानों की आत्महत्या के मामले में जिनके राज में प्रदेश देश में तीसरे नंबर पर था। जिनके राज में किसानों को झूठी घोषणाओं के दम पर सदैव छला गया, ठगा गया और शांतिपूर्ण ढंग से अपना हक मांग रहे किसानों के सीने पर गोलियां दागी गई।गोली कांड की जांच के नाम पर खानापूर्ति की गई। जांच के नाम पर बनाये गये जैन आयोग द्वारा निलबिंत दोषियों को क्लीन चिट देकर बहाल किया गया। पीड़ित परिवारों को आज तक न्याय नहीं मिला। दोषी आज तक खुलेआम घूम रहे हैं।
किसानों की खुशी भाजपा को बर्दाश्त नही: भूपेन्द्र गुप्ता
प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने किसानों का कर्ज माफ करने का जो ऐतिहासिक निर्णय लिया है उससे सभी किसान खुश हैं, लेकिन भाजपा नाखुश है। यदि भाजपा को इस निर्णत से खुशी होती तो भाजपा के नेता मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते। इससे जाहिर है कि किसानों की खुशी में भाजपा शामिल नही है।
गुप्ता ने कहा कि भाजपा हमेशा ओछी बातें करती रही है। हमेशा समाज तोड़ने वाली बातें करती है। किसानों की खुशी को बर्दाश्त नही कर पा रही है। भजपा का एक भी नेता किसानों की खुशी में शामिल नहीं हुआ।
भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि भाजपा राज में तो किसान कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या करते रहे। मण्डियों में फसल बेचने पर व्यापारियों से ठगाते रहे। अपनी फसल बेचने के बाद दाम प्राप्त करने के लिये उनके चक्कर लगाते रहे। भावांतर के लिये बैंकों के चक्कर लगाते रहे, लेकिन तब सरकार ने ध्यान नहीं दिया। अब जब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों के ऋण माफ करने का निर्णय लिया है तो भाजपा उसकी आलोचना करने लग गयी। अपनी सरकार में तो कुछ किया नहीं और जब कांगे्रस सरकार ने ऋण माफी का निर्णय लिया तो भाजपा को पच नहीं रहा। उन्हें उदारता का परिचय देते हुए किसानों की ऋण माफी का स्वागत करना चाहिये।
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने 34 लाख किसानों को कर्जे से मुक्ति दिलवाई
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ द्वारा प्रदेष के किसानों को 2 लाख रूपये तक के कर्ज से मुक्ति दिलवाने के फैसले का स्वागत किया है। श्रीमती ओझा ने कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार किसी राजनैतिक दल ने चुनाव के पहले घोषणा पत्र में किये गये अपने वादे को इतने अल्प समय में पूरा करने का रिकार्ड बनाया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के इस फैसले दो लाख रूपये के कर्ज का बोझ झेल रहे 34 लाख किसानों को सीधा फायदा मिलेगा। कर्ज को लेकर किसानों के माथे पर जो चिंता की लकीरे थी, वह अब दूर होगी।
श्रीमती शोभा ओझा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी ने सबसे पहले किसानों की इस पीड़ा को समझा था और उन्हें 10 दिन में कर्ज से मुक्ति दिलाने की सार्वजनिक घोषणा मंच से की थी। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने जिस तत्परता और सक्रियता से निर्णय लेकर घोषणा को फैसले में बदला वह अनुकरणीय है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार के गठन का दिन 17 दिसम्बर न सिर्फ किसानों के व्यापक हित में है बल्कि ऐतिहासिक भी साबित होगा।
श्रीमती शोभा ओझा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार उल्टे-सीधे निर्णय लेकर लगातार किसानों का अहित कर रही थी। योजनाओं के मायाजाल में किसानों को फंसाया जा रहा था। भावांतर, खेती को फायदे का धंधा बनाने वाली योजनाए तथा कृषि कर्मण अवार्ड मात्र कागजों तक सीमित थे, इनसे किसानों को बिल्कुल भी फायदा नहीं हुआ। कर्ज में डूबे किसानों द्वारा आत्महत्या के हजारों प्रकरण भाजपा सरकार में हुए लेकिन सरकार ने उनकी बिल्कुल भी परवाह नहीं की बल्कि किसानों को लोक-लुभावने विज्ञापनों से भ्रमित करती रही।
श्रीमती शोभा ओझा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के इस अहम फैसले का सभी जिलों में स्वागत हो रहा है किसान वर्ग अब कर्ज से मुक्त होकर अपने सपनों को पूरा कर सकेगा। इस ऐतिहासिक फैसले से किसानों और उनके परिवार में खुशी की लहर है। कर्ज की चिंता से मुक्त किसान अब और गति से कृषि कार्यो से जुड़कर कृषि उत्पादन को बढ़ाने में अहम योगदान कर सकेगा। किसान हित में निर्णय लेकर कांग्रेस सरकार ने सिद्ध कर दिया कि वह सिर्फ वायदा नही बल्कि उसे पूरा भी करती है।
श्रीमती शोभा ओझा ने कन्या विवाह योजना की राशि 25 हजार से बढ़ाकर 51 हजार करने के फैसले का भी स्वागत किया और कहा कि गरीब परिवारों को इससे राहत मिलेगी तथा वे चिंतामुक्त होकर अपनी बेटियों के हाथ पीले कर सकेगें। चार गारमेंट पार्क स्थापित करने के एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय से प्रदेश के युवाओं को रोजगार के सुअवसर उपलब्ध होंगे। श्री कमलनाथ द्वारा लिए गये तीनों निर्णय मध्यप्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगें।