Publish Date:08-Sep-2017 17:56:02
सोचिए, अगर आपकी कार पेट्रोल-डीजल से नहीं बल्कि सूरज की रोशनी से चले. जी हां, वैज्ञानिकों ने इस कल्पना को हकीकत बनाने की पहल शुरू की है. उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस एक ऐसी लीफ (पत्ती) डेवलप की है जो कि सूरज की रोशनी सोखकर पानी से हाइड्रोजन फ्यूल जेनरेट करेगी. रिसर्चर्स का मानना है कि आने वाले समय में यह हमारी प्रकृति के लिए भी अच्छा होगा.
कैसे काम करेगी ये AI लीफ डिवाइस
रिपोर्ट के मुताबिक, इस डिवाइस में नैचुरल लीफ सिस्टम को प्रोत्साहित करने के लिए सेमीकंडक्टर्स मौजूद हैं. जब इन सेमीकंडक्टर्स पर रोशनी पड़ेगी तब इसमें मौजूद इलेक्ट्रॉन एक दिशा में होने लगेंगे, जो की इलेक्ट्रिक करेंट बनाने में मदद करेंगे.
एक घंटे में 6 लीटर हाइड्रोजन फ्यूल बनाता है यह डिवाइस
रिसर्चर्स की मानें तो यह डिवाइस एक घंटे में 6 लीटर हाइड्रोजन फ्यूल प्रोड्यूस कर सकती है. CSIR के सीनियर साइंटिस्ट, चिन्नाकोंडा गोपीनाथ ने कहा, हम जिस टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं वो प्रकृति से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में मददगार साबित होगी. फिलहाल, जो प्रोसेस हाइड्रोजन प्रोड्यूस करने में यूज़ किया जा रहा है उसमें भारी मात्रा में कार्बन डाई आक्साइड (CO2) मौजूद होता है.
हाल में केंद्र सरकार ने 2030 से देश में सिर्फ इलेक्ट्रिक कारों के लक्ष्य पर काम करने की बात कही है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को इलेक्ट्रिक और बायो-फ्यूल जैसे वैकल्पिक ईंधनों से चलने वाले गाड़ियों की टेक्नोलॉजी डिवेलप करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर पॉलिसी लाएगी और पेट्रोल-डीजल गाड़ियों को बंद कर देगी.
साभार- न्यूज 18