20-Apr-2024

 राजकाज न्यूज़ अब आपके मोबाइल फोन पर भी.    डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लीक करें

सरकार के सख्‍त रवैये से शेयर बाजार पस्‍त, निवेशकों के डूबे 2 लाख करोड़

Previous
Next

मुंबई, 22 अगस्त 2019, भारतीय शेयर बाजार के लिए गुरुवार का दिन ठीक नहीं रहा. बाजार में चौतरफा बिकवाली की वजह से बाजार 6 महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ. सेंसेक्स करीब 587 अंकों से ज्यादा टूटकर 36 हजार 472 के स्तर पर रहा. सेंसेक्स का 5 मार्च के बाद सबसे निचला स्तर है. वहीं निफ्टी भी करीब 186 अंक कमजोर होकर 10800 के नीचे 10,732.65 के स्तर तक फिसल गया. इससे पहले निफ्टी ने 26 फरवरी को इस स्‍तर को टच किया था. कारोबार के दौरान सबसे अधिक गिरावट मेटल, बैंकिंग, एफएमसीजी और ऑटो सेक्‍टर में देखने को मिली. लेकिन सवाल है कि शेयर बाजार की इतनी बुरी हालत क्‍यों हुई.

बाजार में इसलिए मचा हाहाकार

1. शेयर बाजार में हाहाकर की कई वजह हैं. दरअसल, आर्थिक मंदी से जूझ रहा ऑटो और एफएमसीजी सेक्‍टर सरकार से राहत पैकेज की मांग कर रहा है. लेकिन सरकार की ओर से इसको लेकर कोई अच्‍छी खबर नहीं दी गई है. इसके उलट मुख्य आर्थिक सलाहकार के. सुब्रमण्यम ने प्राइवेट सेक्‍टर की कंपनियों को माइंडसेट बदलने की सलाह दी है. के. सुब्रमण्यम ने प्राइवेट सेक्‍टर की तुलना एक जवान हो चुके व्यक्ति से करते हुए कहा, ‘‘इस 30 साल के व्यक्ति को अब अपने पैरों पर खड़ा होना चाहिए. यह बालिग व्यक्ति लगातार अपने पिता से मदद नहीं मांग सकता. आपको इस सोच को बदलना होगा. आप यह सोच नहीं रख सकते कि मुनाफा तो खुद लपक लूं और घाटा हो तो सब पर उसका बोझ डाल दूं.’’

2.  बीते जुलाई में आम बजट में एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों) पर जो सरचार्ज लगाया गया था, उसको लेकर निवेशक अब तक सरकार से राहत की उम्‍मीद में बैठे हैं. बीते दिनों मीडिया में ऐसी खबरें आईं कि सरकार सरचार्ज हटाने पर विचार कर रही है. इस खबर का निवेशकों ने स्‍वागत किया और बाजार में रिकवरी भी दिखी. लेकिन निवेशकों में एक बार फिर निराशा का माहौल बन रहा है.

3. ग्लोबल बाजार में भी आर्थिक मंदी की आहट से बिकवाली देखने को मिल रही है. इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये के लुढ़कने की वजह से भी निवेशकों की चिंता बढ़ी है.

निवेशकों के 2 लाख करोड़ से अधिक डूबे

इस बीच, बुधवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,38,84,069.39 करोड़ रुपये था. वहीं गुरुवार को सेंसेक्स में बड़ी गिरावट से मार्केट कैप 2,20,836.62 करोड़ रुपये घटकर 1,36,66,251.05 करोड़ रुपये हो गया. इस लिहाज से गुरुवार को निवेशकों के 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए.

52 हफ्ते के लो लेवल पर यस बैंक 

कारोबार के अंत में सबसे अधिक गिरावट यस बैंक के शेयर में देखने को मिली. यस बैंक के शेयर 13.91 फीसदी की गिरावट के साथ 56.30 रुपये पर बंद हुए. कारोबार के दौरान बैंक के शेयर भाव टूटकर 52 हफ्ते के लो लेवल पर पहुंच गए. यह लगातार तीसरा कारोबारी दिन है, जब यस बैंक के शेयर में गिरावट दर्ज की गई है. बीते तीन दिन में बैंक के शेयर 20 फीसदी से अधिक लुढ़के हैं. दरअसल, कुछ दिनों से ऐसी खबरें चल रही हैं कि यस बैंक पावर इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनी सीजी पावर में हिस्सेदारी के मूल्यांकन को लेकर चिंतित है. बता दें कि कंपनी में यस बैंक की 13 फीसदी हिस्सेदारी है.

यस बैंक के अलावा वेदांता में 8 फीसदी की गिरावट रही. वहीं बजाज फाइनेंस और टाटा मोटर्स के शेयर 4 फीसदी से अधिक टूट गए. ओएनजीसी, एसबीआई, हीरो मोटोकॉर्प, आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 2 फीसदी से अधिक लुढ़क गए. इसी तरह एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक बैंक, महिंद्रा, टाटा स्‍टील, रिलायंस, बजाज ऑटो, पावरग्रिड के शेयर भी लाल निशान पर बंद हुए.

साभार- आज तक

Previous
Next

© 2012 Rajkaaj News, All Rights Reserved || Developed by Workholics Info Corp

Total Visiter:26570226

Todays Visiter:5319