Publish Date:27-Dec-2016 21:30:49
भोपाल 27 दिसम्बर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव के नेतृत्व में कल 28 दिसम्बर (बुधवार) को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल शाम 5 बजे आयकर विभाग के प्रधान मुख्य आयुक्त अबरार एहमद से मिलेगा। कांग्रेस इस दौरान उनसे मांग करेगी कि ‘‘देश में नोटबंदी के बाद प्रदेश में सहकारी बैंकों/ अन्य विभिन्न खातों में जमा की गई अरबों रूपयों की राशि के जमाकर्ताओं और हाल ही में आयकर विभाग के छापों की जद में आये बस कन्डक्टर रहे, भाजपा व आरएसएस से संबद्ध सुशील वासवानी के आधिपत्य वाले’’ राजधानी में संचालित ‘‘महानगर सहकारी बैंक’’ में करोड़ों रूपयों का कालाधन जमा कराने वालों के नाम सार्वजनिक किये जायें। उल्लेखनीय है यह मुलाकात आज 27 दिसम्बर को होना थी, किन्तु श्री यादव के अकस्मात दिल्ली प्रवास के कारण यह मुलाकात स्थगित हो गई थी।
नंदू भैया किस-कौन सी डील के चलते नहीं हटा पा रहे हैं वासवानी को ?: के.के. मिश्रा
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने सोमवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान द्वारा आयकर छापे की जद में आये बस कन्डेक्टर रहे, भाजपा व आरएसएस से संबद्ध सुशील वासवानी के परिवार और उसके द्वारा संचालित ‘‘महानगर सहकारी बैंक’’ से मिली अरबों रूपयों की संपत्ति के बाद भी उसे भाजपा से निकाले जाने पर पल्ला झाड़ देने को भाजपा की नई ‘‘फेयर - लवली’’ स्कीम बताया है। उल्लेखनीय है कि 22 दिसंबर को श्री चौहान ने यह कहा था कि जितने भी काले-पीले कारोबार करने वाले लोग हैं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नहीं बचेंगे। उन्होंने वासवानी को हटाये जाने का संकेत देते हुए यहां तक कह डाला था कि ‘‘भ्रष्ट नेता कोई भी हो, नहीं रहेगा पार्टी में।’’
मिश्रा ने कहा कि चौहान (नंदू भैया) का इस विषय अब यह कह देना कि वासवानी के खिलाफ आयकर विभाग का छापा एक वित्तीय अनियमितता का मामला है, कानून अपना काम करेगा, आखिरकार इन 06 दिनों में ऐसी कौन सी डील हो गई है, जिसके कारण भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष श्री चौहान को अपने शब्दों में हेराफेरी करना पड़ी है? इससे तो ऐसा ही प्रतीत होता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 50 प्रतिशत के सौदे में कालेधन को सफेद करने का जो फार्मूला दिया है, मप्र उसे भी साकार करने में देश में नंबर 01 बन चुका है, क्योंकि नोटबंदी के बाद 2000 रू. के नये नोटों से रिश्वत लेने के मामले में भी मप्र नंबर 01 पर ही आया है?
मिश्रा ने कहा कि श्री चौहान के इस निर्णय के बाद तो यही लगता है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मादी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उन्हें ‘‘सर्वश्रेष्ठ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष’’ का अवॉर्ड देकर सम्मानित भी कर सकते हैं, क्योंकि यदि श्री चौहान के ‘‘भ्रष्ट नेता कोई भी हो, नहीं रहेगा पार्टी में’’ निर्णय का भाजपा में क्रियान्वयन हुआ तो समूची भाजपा खाली हो जायेगी?
कमला पार्क पर निर्मित केबल ब्रिज का नाम डॉ. शंकरदयाल के नाम पर रखे जाने की मांग
राजधानी भोपाल में कमला पार्क पर हो रहे नवनिर्मित केबल ब्रिज का नामकरण भोपाल के सपूत एवं भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकरदयाल शर्मा के नाम पर किये जाने की मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं महापौर आलोक शर्मा से की है।
कांग्रेसजनों ने नगर पालिक निगम को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि भोपाल की सरजमी पर जन्में एवं भोपाल की गंगा-जमुनी तहजीब के झंडा बरदार डॉ. शंकरदयाल शर्मा जी ने न केवल म.प्र. शासन के मंत्री, मप्र के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, उपराष्ट्रपति और देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति के पद पर आसीन रहकर निष्कलंक देश सेवा की, अपितु प्रदेश और देश का नाम विश्व में गौरवान्वित कराया। कांग्रेसजनों ने डॉ. शंकरदयाल शर्मा की प्रदेश की राजधानी और राष्ट्र को समर्पित चिरस्थायी सेवाओं को स्मरणीय बनाने के उदद्ेश्य से नगर पालिक निगम भोपाल द्वारा कमला पार्क से की डॉ. शंकरदयाल प्रतिमा स्थल तक निर्मित केबल ब्रिज के लोकार्पण को लेकर केबल ब्रिज का नामकरण डॉ. शंकरदयाल शर्मा के नाम से करने की मांग की है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री, पूर्व विधायक एवं अध्यक्ष जिला (शहर) कांग्रेस कमेटी पी.सी. शर्मा, पूर्व महापौर डॉ. आर.के. बिसारिया, दीपचंद यादव, मधु गार्गव, श्रीमती विभा पटेल एवं सुनील सूद ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं महापौर आलोक शर्मा को इस विषयक एक पत्र भेजकर केबल ब्रिज का नाम डॉ. शंकरदयाल शर्मा के नाम पर रखे जाने की मांग की है।