Publish Date:20-Feb-2019 01:43:39
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की चेयरपर्सन सोनिया गांधी रायबरेली से 2019 का आम चुनाव लड़ेंगी या नहीं, देश के सभी लोग यह जानना चाहते हैं. ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे सक्रिय राजनीति से रिटायरमेंट ले लेंगी और अपनी बेटी व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को रायबरेली की सीट से चुनाव लड़ने को कहेंगी. लेकिन अब सूत्रों की मानें, तो सोनिया गांधी रायबरेली से फिर से चुनाव लड़ने को तैयार हो गई हैं, उन्होंने इसके लिए अपनी रजामंदी दे दी है.
राज्य में कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए प्रियंका गांधी यूपी के चुनाव पर फोकस कर रही हैं. उनके चुनाव लड़ने से यूपी में पार्टी का प्रदर्शन सुधारने की मुख्य प्राथमिकता पर असर पड़ सकता है. गांधी परिवार के सभी लोग जानते हैं कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव बनने के बाद पूरे देश की नजरें प्रियंका गांधी पर हैं. ऐसे में यदि आम चुनाव में उनका प्रदर्शन खराब रहता है, तो उससे यह परसेप्शन समाप्त हो जाएगा कि प्रियंका कांग्रेस के लिए ट्रंप कार्ड हैं और वे पार्टी को चुनाव जीताने में सक्षम हैं.
कांग्रेस चाहती है कि रायबरेली की सीट गांधी परिवार के बाहर के किसी भी कांग्रेसी को नहीं दी जाए क्योंकि कांग्रेस के अनुसार, रायबरेली सीट से पार्टी का जीतना तय है. ऐसा भी माना जा रहा है कि यदि सोनिया गांधी इस सीट से चुनाव लड़ेंगी तो इससे बाद में प्रियंका गांधी को फायदा होगा.
यदि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी लोकसभा सीट छोड़कर रायबरेली से चुनाव लड़ते हैं तो उससे यह संदेश जाएगा कि वे केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ लड़ने से बचना चाहते हैं, इसलिए इस बात की संभावना बहुत अधिक है कि सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव में रायबरेली से ही चुनाव लड़ेंगी.
रायबरेली लोकसभा क्षेत्र में अपनी अच्छी छवि के कारण वे इस बार भी वहीं से चुनाव लड़ेंगी, क्योंकि वे वहां से आसानी से चुनाव जीत जाएंगी. बीजेपी उन्हें कड़े मुकाबले में फंसाना चाहती है. पीएम नरेंद्र मोदी ने हाल ही में रायबरेली में एक प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया था.
एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, “कांग्रेस में दो कांग्रेस हैं- एक है सोनिया कांग्रेस और दूसरा है राहुल कांग्रेस. सोनिया कांग्रेस चाहती है कि वे 2019 में भी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ें.
रिपोर्ट - पल्लवी घोष
साभार- न्यूज 18