Publish Date:18-Feb-2018 00:45:51
कांग्रेस की स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में केवल पुराने चेहरों की मौजूदगी पर सोनिया गांधी ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि बैठक में तो सिर्फ पुराने चेहरे ही दिख रहे हैं, इसके जवाब में राहुल ने कहा कि हम युवाओं को भी साथ लेकर आएंगे और पुराने लोगों को भी साथ लेकर चलेंगे.
दरअसल, ये बैठक प्लेनरी सेशन की तारीखें और जगह तय करने के लिए बुलाई गई थी. इसलिए 16, 17 और 18 मार्च को दिल्ली में प्लेनरी सेशन का ऐलान कर दिया. इस मीटिंग में नीरव मोदी, किसान, नौजवान, पाकिस्तान और कश्मीर के मुद्दे भी उठे.
बैठक में सबसे दिलचस्प वाकया रहा, जब राहुल ने भविष्य की कांग्रेस का खाका खींचा. सूत्रों के मुताबिक, राहुल ने कहा कि हमको संगठन में अहम जगहों पर युवाओं को, नए चेहरों को, महिलाओं को और एससी-एसटी को खास जगह देनी चाहिए. इस पर तपाक से मुस्कुराते हुए बगल में बैठीं सोनिया गांधी बोल पड़ीं कि लेकिन यहां तो सारे पुराने चेहरे ही नजर आ रहे हैं.
सोनिया का बोलना था कि कई पुराने नेताओं के दिल बैठ से गये, कुछ नए चेहरे मन ही मन मुस्कुराए. पुराने नेताओं को एहसास था कि कांग्रेस में बदलाव होना ही है और नए चेहरों को जगह मिलना भी तय है. ऐसे में सभी पुरानों की तो नहीं, पर कुछ की बड़े स्तर से छुट्टी होनी तय ही है.
ऐसे में सोनिया ने खुद राहुल को रोककर जो बोला उसने सभी को सीधा सन्देश दिया कि वो भी चाहती हैं कि नए चेहरों को जगह मिले. साथ ही भविष्य में राहुल जब कार्यसमिति का गठन करें और कई पुरानों की छुट्टी हो तो उनकी नाराजगी राहुल के प्रति ना हो.
हालांकि, तुरंत मामले को भांपते हुए पार्टी अध्यक्ष राहुल ने सोनिया को जवाब दिया कि हम नए चेहरों को भी लाएंगे और साथ ही हमको पुराने चेहरों की भी जरूरत है. कुल मिलाकर सोनिया ने खुद सारे पुराने चेहरे होने की बात कहकर सियासी तीर मारा, जो भविष्य में पार्टी में राहुल के काम आएगा.
इससे पहले भी सोनिया खुद राहुल को अपना बॉस बता चुकी हैं. खुलकर कांग्रेसी नेताओं से बोल चुकीं हैं कि आपने जिस निष्ठा और ईमानदारी से मेरा साथ दिया, उम्मीद है कि वैसा ही अब आगे राहुल के साथ निभाएंगे. कुल मिलाकर सोनिया ने कभी सोनिया की रही कांग्रेस को राहुल की कांग्रेस बनाने का रास्ता खुद ही साफ़ कर दिया.
इसके अलावा सबसे ज्यादा जोर नीरव मोदी के मुद्दे पर रहा. तय हुआ कि इसे संसद से सड़क तक उठाए रखना है. संसद में पार्टी इस मामले की जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) से जांच कराने की मांग कर सकती है. इस मुद्दे पर देश भर में सरकार को घेरते रहने का भी फैसला हुआ.
इतना ही नहीं सोनिया अब इस बात का खास ख्याल रखती हैं कि जनता के बीच ही नहीं, कांग्रेस के नेताओं के बीच भी सीधा संदेश जाए कि अब कांग्रेस के सर्वे सर्वा राहुल ही हैं. आज भी सोनिया स्टीयरिंग कमेटी की बैठक के लिए पहले ही कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पहुंच गईं.
वह थोड़ा आगे बढ़ीं, लेकिन राहुल नहीं आए थे. इसलिए वापस लौटकर गेट पर खड़ी होकर इंतजार करने लगीं. राहुल आए तब राहुल के साथ सोनिया स्टीयरिंग कमेटी की बैठक के लिए पहुंचीं.
बैठक खत्म होते ही सोनिया और राहुल पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह को विदा करके आगे बढ़े. राहुल मीडिया से बातचीत के लिए चले गए, वहीं सोनिया जनपद की ओर रुख कर गईं. रास्ते में सोनिया से पूछने पर कि आप कुछ बोलेंगी तो सोनिया ने कहा कि राहुल बोलेंगे.
उसके बाद सोनिया 10 जनपथ के रास्ते में जाकर खड़ी हो गईं और इधर राहुल मीडिया से बातचीत में लगे रहे. इस दौरान सोनिया ने राहुल का इंतजार किया. राहुल के वापस आने पर, सोनिया और राहुल एक साथ कांग्रेस मुख्यालय से निकलकर 10 जनपथ चले गए. इसके बाद राहुल वहां से अपने घर 12 तुगलक लेन के लिए निकल गए.
गौरतलब है कि शुक्रवार को कांग्रेस की सबसे बड़ी फैसले लेने वाली बॉडी कार्यसमिति को भंग कर दिया गया. इसके बाद 34 नेताओं की स्टीयरिंग कमेटी का गठन कर दिया गया, जिसमें ज्यादातर कार्यसमिति के ही सदस्य थे. इसमें आरपीएन सिंह, आरसी खूंटियां, रणदीप सुरजेवाला जैसे नए चेहरों को भी जगह दी गई. ये स्टीयरिंग कमेटी प्लेनरी सेशन तक अंतरिम कमेटी की तरह कार्यसमिति का काम करेगी, फिर प्लेनरी सेशन में नई कार्यसमिति का गठन होगा, जिसको लेकर अभी से जद्दोजहद शुरू हो चुकी है.
साभार- आज तक