Publish Date:21-Jul-2019 16:54:04
तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री, केरल की राज्यपाल और कांग्रेस की दिल्ली इकाई की अध्यक्ष रहीं शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया है. दिल्ली के निगमबोध घाट पर शीला दीक्षित का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान कांग्रेस के कई नेता वहां मौजूद रहे. गृहमंत्री अमित शाह भी उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए निगमबोध घाट पर मौजूद थे.
दीक्षित ने शनिवार दोपहर 3.55 बजे फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में अंतिम सांस ली थी. उनके निधन की खबर से पूरी दिल्ली मानों सदमे में डूब गई. शीला दीक्षित को कांग्रेस के अलावा कई विरोधी पार्टियों के नेताओं ने भी श्रद्धांजलि दी.
बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता श्रद्धांजलि देने पहुंचे घर
पूर्व मुख्यमंत्री के अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को रविवार सुबह निजामुद्दीन स्थित उनके आवास पर रखा गया था, जहां वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सहित कई गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर पहुंचे. इसके बाद उनका पार्थिव शरीर कांग्रेस दफ्तर लाया गया, जहां यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी बेटी तथा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि देते हुए सोनिया गांधी ने उन्हें बताया अपनी बड़ी बहन जैसी
शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि देने के बाद सोनिया गांधी ने कहा, "शीला दीक्षित के निधन पर सोनिया गांधी ने कहा- वह मेरी बहुत बड़ी सहारा थी. वह बिल्कुल मेरी बड़ी बहन और दोस्त जैसी बन गई थीं. कांग्रेस के लिए यह बड़ी क्षति है. मैं उन्हें हमेशा याद रखूंगी."
शीला दीक्षित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में प्रथम श्रेणी की नेता थीं. उन्हें गांधी परिवार का करीबी भी माना जाता था. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित के सम्मान में दिल्ली सरकार ने 2 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है.
साभार- न्यूज 18