Publish Date:08-Dec-2018 19:35:05
नई दिल्ली: शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रॉबर्ट वाड्रा के करीबियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई करीब 16 घंटे तक चली. ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, छापेमारी के दौरान कई अहम सबूत मिले हैं जिसमें उनकी संपत्ति को लेकर खुलासे हुए हैं. कहा जा रहा है कि लंदन और भारत के अलग-अलग शहरों में वाड्रा के नाम की प्रॉपर्टी है.
शुक्रवार को छापेमारी के बाद ईडी अधिकारियों से मिली जानकारी में कहा गया था कि वाड्रा के सहयोगियों का नाम रक्षा सौदों में कथित तौर पर कमीशन लेने में आया है. जिन लोगों के ठिकानों पर छापा मारा गया था उनके बैंक अकाउंट में डिफेंस सप्लायर्स की तरफ से बड़ी रकम ट्रांसफर की गई है. इसके सबूत प्रवर्तन निदेशालय के हाथ लगे हैं.
स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी के एडवोकेट तबरेज का आरोप है कि ईडी दिल्ली के सुखदेव विहार स्थित वाड्रा के ऑफिस में दरवाजे तोड़कर अंदर घुसी और कर्मचारियों को 13 से 14 घंटे तक बंद रखा. उनका कहना है कि ईडी ने गेट में लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया और ऑफिस को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया. उन्होंने दफ्तर के सभी केबिन के ताले भी तोड़ दिए हैं.
इससे पहले वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान ने कहा था कि एक न्यूजपेपर के मुताबिक, मेरे क्लाइंट को ED की तरफ से तीन समन जारी किए गए हैं, लेकिन सच ये है कि हमें एक भी समन नहीं मिला. उन्होंने कहा कि ED के अधिकारियों के पास सर्च वारंट तक नहीं है, इसके बावजूद छापेमारी की कार्रवाई की गई है.
साभार- जी न्यूज