Publish Date:29-Oct-2019 20:58:57
नई दिल्ली. अनूप कुमार सिंह (Anup Kumar Singh) को नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (NSG) का नया डायरेक्टर जनरल (Director General) बनाया गया है. उन्होंने अपना पदभार संभाल लिया है.
अनूप कुमार सिंह गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी (Senior IPS Officer) हैं. मंगलवार को नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि देश के प्रतिष्ठित नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (NSG) के डायरेक्टर जनरल के बतौर अपना पद संभाल लिया है.
10 दिन पहले ही हो गई थी नियुक्ति
ब्लैक कैट्स कमांडोज की इस टुकड़ी के डायरेक्टर जनरल के तौर पर उनकी नियुक्ति नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली अप्वाइंटमेंट्स कमेटी ऑफ द कैबिनेट (ACC) ने की थी. अपनी नियुक्ति के दस दिन बाद सोमवार को उन्होंने अपना पदभार संभाल लिया.
अप्वाइंटमेंट्स कमेटी ऑफ द कैबिनेट (ACC) ने अनूप कुमार सिंह के नाम पर इसी महीने की 18 तारीख को मुहर लगा दी थी.
NSG का अतिरिक्त पदभार संभाल रहे थे एसएस देसवाल
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स की ओर से ट्वीट किया गया, 'ब्लैक कैट्स अपने नए डीजी का स्वागत करते हैं और आशा करते हैं कि वे उनके कमांड में और आगे बढ़ेंगे, और ऊंचाईंयां छुएंगे.'
अनूप कुमार सिंह 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IPS) के अधिकारी हैं. उन्होंने यह पदभार भारत-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) के डायरेक्टर जनरल एसएस देसवाल से लिया है. देसवाल इस अतिरिक्त पदभार को संभाल रहे थे. इससे पहले एनएसजी के डायरेक्टर जनरल सुदीप लखटकिया थे जो 31 जुलाई को रिटायर हो गए थे. तभी से इस पद को एसएस देसवाल अतिरिक्त पदभार के रूप में संभाले हुए थे.
अनूप कुमार सिंह इस पद पर ज्वाइनिंग की तिथि से लेकर 30 सितंबर, 2020 तक या अगले आदेश तक (जो भी पहले आए) बने रहेंगे.
विशिष्ट परिस्थितियों में काम आती है यह टुकड़ी
एनएसजी (NSG) अचानक से आने वाली आपदाओं में काम आने वाले केंद्रीय आतंक विरोधी टुकड़ी है. यह सभी तरह की आतंकी घटनाओं के खिलाफ काम करती है. 1984 में इस टुकड़ी का गठन आतंकवाद (Terrorism) से निपटने और हाईजैक जैसी घटनाओं के खिलाफ काम करने के लिए किया गया था.
इसके ब्लैक कैट कमांडो (Black Cat Commando) ऐसी विशिष्ट परिस्थितियों से निपटने के लिए विशेष तौर पर ट्रेंड किए जाते हैं. उनके पास इसके लिए खास हथियार भी होते हैं. हालांकि इनका इस्तेमाल बिल्कुल ही विशेष परिस्थितियों में किया जाता है, खासकर तब जब किसी बड़ी आतंकवादी गतिविधि का खतरा होता है.
साभार- न्यूज 18