Publish Date:26-Sep-2016 14:22:16
मुंबई। आरबीआई गर्वनर ने बाहरी लोगों से पहली बातचीत में उर्जित पटेल ने महंगाई के खतरे के कम तव्जों देते हुए ग्रोथ पर फोकस करने की बात कही हैं। 5 सितम्बर को रघु राजन की जगह आर बी आई की बागडोर संभालने वाले पटेल ने मीडिया से दुरी बनाए रखी। और कोई बयान देने से परहेज़ रखा। हालांकी पिछले हफ्ते पटेल ने कुछ सिनीयर इकोनॉमिस्ट के साथ र्चचा की थी। मॉनेटरी पॉलिसी अनाउंसमेंट के पहले सप्ताह में बैंकरों व अर्थशास्त्रियों के साथ ऐसी कुछ बैठके होती रही है लेकिन इससे गर्वनर की सोच का पता अब तक नहीं चल पाया हैं।
हाल ही में जैसे पटेल ने लोगों से खुलकर बात की और कुछ मामलों में अपनी निजी राय सामने रखी उससे बात करने वाले लोगों को अंदाजा हुआ की आगामी मॉनेटरी पॉलिसी रीव्यू में आर बी आई नरम रूख में नज़र आ सकती हैं।
बैठक में हुए र्चचाओं की जानकारी रखने वाने एक शक्स ने बताया की "पटेल की सोच यह है कि जीएसटी कम करने से महंगाई घटेगी और कई चिजों के दाम कम होंगे और इससे कंजम्प्शन की दुसरे आइटम्स की दामों में बढोत्तरी के आसार कुछ हद तक कम होंगें"।
सुत्रों के मुकाबले पुछे जाने पर की मंहगाई की तरह ग्रोथ पर भी फोकस करना चाहिए तो पटेल ने कहा कि ग्रोथ पर ध्यान देना तों आर बी आई का मेैंडेट है ही। सुत्र ने बताया की 'गर्वनर नए जीडीपी डेटा को खारिज करने के मुड में नहीं थे, कई लोगों ने इस पर सवाल उठाए। उनका मानना है की नई सीरीज़ पर आधारित जीडीपी आंकड़ोें के बारे में काफी स्पष्टीकरण की जरूरत है, लेकिन उनका कहना हैं कि पुरानी सीरीज़ तो और भी गड़बड़ थी'।