Publish Date:21-Nov-2019 14:53:46
नई दिल्ली. देश की गति और प्रगति की सूचक भारतीय रेल (Indian Railway) ने इकोनॉमी (Indian Economy) को बूस्ट करने के लिए मालभाड़े (Railway Freight Rate ) में बड़ी रियायतों की घोषणा की है. इससे ना केवल ट्रेनों के लिए माल ढुलाई को बढ़ावा मिलेगा बल्कि देश के व्यापारियों को भी इसका फायदा मिलेगा. रेलवे ने 1 अक्टूबर से 30 जून के दौरान लगने वाले 15 फीसदी बिजी सीजन चार्ज को आयरन (Iron) और पेट्रोलियम (Petroleum) को छोड़ सभी कमोडिटीज पर खत्म कर दिया है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बताया कि आर्थिक गतिविधि बढाने के लिये रेलवे द्वारा मालभाड़े में रियायत देना शुरु किया गया है.
कंटेनर ट्रैफिक पर राउंड ट्रिप चार्ज का ऐलान
इससे छोटी दूसरी के लिए लगने वाला भाड़ा कम होगा. इसके अलावा रेलवे ने खाली कंटेनर और बोगियों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए 25 फीसदी छूट का ऐलान किया है. यह कदम अन्य परिवहन माध्यमों की तुलना में रेलवे को अधिक आकर्षक बनाएगी.
रेलवे ने विभिन्न कमोडिटीज के मालभाड़े को घटा दिया है. विभिन्न कमोडिटीज के कंटेनर क्लास रेट और फ्रेट ऑल काइंड (FAK) में शामिल किया गया है.
इससे पहले, सरकार ने डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर बनाने का ऐलान किया था और इस पर काम चल रहा है. फ्रेट कॉरीडोर से मालगाड़ियों की स्पीड में इजाफा होगा तो वहीं दिल्ली-हावड़ा रेलट्रैक पर भी मेल, एक्सप्रेस एवं सुपरफास्ट ट्रेनों की गति में सुधार होगा. फ्रेट कॉरीडोर के निर्माण से देश की इकोनॉमी में भी सुधार होगा. वर्ष 2022 तक दिल्ली से हावड़ा तक कॉरीडोर का कार्य पूरा करने का लक्ष्य है.
इस कॉरीडोर के पूरा होने के बाद मालगाड़ियों की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. जिससे रेल के मालभाड़े में इजाफा होगा तो वहीं दिल्ली-हावड़ा रेलखंड पर मेल, एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों के सामयिक संचालन में भी सुधार आएगा.
साभार- न्यूज 18