Publish Date:17-Aug-2018 15:54:34
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजंलि अर्पित करने पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के साथ भीड़ ने धक्का मुक्की की. विरोध के चलते अग्निवेश वाजपेयी को श्रद्धांजलि नहीं दे पाए और उन्हें वापस लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा.
स्वामी अग्निवेश ने 'आजतक' को बताया, मेरी केंद्रीय हर्षवर्धन सिंह से बात हुई. मैंने उन्हें बताया कि कृष्ण मेनन मार्ग नहीं पहुंच पाऊंगा तो उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय आ जाइए. मैं श्रद्धांजलि देने के लिए अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ भाजपा मुख्यालय ही जा रहा था, लेकिन मेरी कार को आईटीओ पर रोक दिया गया.
स्वामी अग्निवेश ने बताया, 'मैंने दोबारा हर्षवर्धन सिंह को फोन किया. उसी समय लोगों ने मुझसे मार पीट करना शुरू कर दिया, मेरी पगड़ी उतार कर फेंक दी गई. लात घूसों से मारा. यह पाकुड़ की तरह की ही घटना थी, जहां भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मुझ पर हमला किया था.' उन्होंने कहा, 'भाजपा नेताओं को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए. पुलिस इस घटना की चश्मदीद है. उन्हें स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए. हम केस दर्ज कराएंगे.'
गौरतलब है कि 17 जुलाई 2018 को भी अग्निवेश पर झारखंड के पाकुर में भीड़ ने हमला कर दिया था. उनके कपड़े फाड़ दिए गए थे. अग्निवेश ने आरोप लगाया था कि उन पर हमला करने वाले लोग बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता थे. हालांकि झारखंड भाजपा ने इस मामले में पार्टी के कार्यकर्ताओं का हाथ होने से इनकार कर दिया था.
साभार- आज तक