Publish Date:21-Feb-2017 19:49:13
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, सांसद नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि विधानसभा में बजट सत्र के अवसर पर राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में गरीब कल्याण वर्ष में सरकार की प्राथमिकताएं गिनाते हुए संकेत दिया है कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी वर्ष में राज्य की प्राथमिकताएं गरीबोन्मुखी कार्यक्रम होगा। रोटी, कपड़ा, मकान की उपलब्धता सुनिश्चित करना गरीब कल्याण वर्ष में दैनंदिन की कार्य सूची में होगा। आवास मिशन में 20 लाख मकान बनाए जायेंगे। शहरों और गांवों में विकास का असंतुलन समाप्त करने के लिए ग्रामोदय कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री सड़क योजना में सड़कों का डामरीकरण किया जायेगा। प्रदेश में पांच स्मार्टसिटी बनायी जायेगी। इसके अतिरिक्त सागर और सतना को भी स्मार्टसिटी की प्राथमिकता में लाने का प्रस्ताव है।
उन्होंने कहा कि जबलपुर और भोपाल मेट्रो की डीपीआर तैयार कर केन्द्र को भेजी गयी है। इसके निर्माण से लोक परिवहन की सुविधा का विस्तार होगा। 35 जिलों में लोकपरिवहन के लिए 351 करोड़ रूपए स्वीकृत होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में युवा सशक्तिकरण मिशन भी आरंभ किया जायेगा। प्रदेश में कालेजों से सेमेस्टर सिस्टम की विदाई होगी। छात्रों को यूनिफार्म प्रणाली आरंभ की जायेगी। अनाथ बालिका को 12 वीं में 60 प्रतिशत से अधिक अंक आने पर उच्च शिक्षा का शुल्क सरकार वहन करेगी। हर संभाग में एक्सीलेंस और हर जिले में माडल कालेज बनाकर शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित की जायेगी। कौशल विकास सरकार की प्राथमिकता होगी। जिससे 7 लाख युवक लाभकारी रोजगार से जुड़ेंगे। अभिभाषण में राज्यपाल ने श्री शिवराजसिंह चौहान की गरीब कल्याण, युवा उत्कर्ष, किसान मजदूर के हित में प्राथमिकताओं को मुखर कर दिया है। प्रदेश के नगरोदय के बाद ग्रामोदय का मिशन आरंभ करके राज्य सरकार ने साबित कर दिया है कि विकास का असंतुलन न शहरों में रहेगा और न गांवों में।
मेक इन इंडिया के तहत खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की रोजगार सृजन क्षमता 90 लाख तक पहुंचेगी- विजेश लुणावत
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लुणावत ने कहा कि बढ़ती कृषि पैदावार किसानों को लाभकारी बनाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के विस्तार की गुंजाईश को मेक इन इंडिया मिशन ने पर लगा दिए है। मध्यप्रदेश सरकार ने मेक इन मध्यप्रदेश मिशन आरंभ करके खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को प्रोत्साहन दिया है। इससे जहां कृषि उत्पादन से प्रसंस्कृत उपभोक्ता सामग्री बनने से किसान को लाभकारी मूल्य मिलेगा वहीं रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मौसमी फसलों की प्रचुर पैदावार न तो आफत बनेगी न फेकने की नौबत आयेगी।
उन्होंने कहा कि देश में खाद्य प्रसंस्करण कारोबार 130 अरब डालर का है। निर्यात में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग का योगदान 12 प्रतिशत है। इसमें हो रहे विस्तार से 10 लाख व्यक्तियों को प्रत्यक्ष और 80 लाख को परोक्ष में रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि भारत कृषि प्रधान देश होने के साथ यहां दुनिया में जमीन की रकबे के लिहाज से संपन्नता दूसरे नंबर की है। उत्पादन में विविधता है। दलहन, तिलहन, गेहूं, चावल, फल, सब्जियां का प्रचुर उत्पादन होता है। केला, अमरूद, अदरख, पपीता जैसे फलों का प्रचुर उत्पादन होता है, लेकिन प्रसंस्करण कम होने से उत्पादक को लाभ नहीं मिल पाता। दो प्रतिशत से पैंतीस प्रतिशत प्रसंस्करण हो पाता है। प्रसंस्करण क्षमता बढ़ने से उत्पादक को प्रसंस्करण उद्योग लाभप्रद कीमत अदा करेगा।
अंदरूनी गुटबाजी को ढंकने के लिए विरोध प्रदर्शन की आड़ में एकता का कांग्रेस का प्रायोजित शो- डॉ. दीपक विजयवर्गीय
भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस में व्याप्त अंदरूनी गुटबाजी को ढंकने और हाईकमान की नजरों में एकता का इजहार करने के लिए सरकार के विरोध में प्रदर्शन की तैयारी में नेता भीड़ को आहूत करने जा रहे है। 22 फरवरी को घेराव के नाम से कांग्रेस का प्रदर्शन लोकतंत्र में मर्यादित ढंग से करना उनका लोकतांत्रिक धर्म और अधिकार है, लेकिन तैयारी बैठक में ही जिस तरह गुटीय शक्ति प्रदर्शन अनुशासनहीनता उन्मुख अराजकता का संकेत दृष्टि गोचर हुआ उससे न तो इसके पीछे लोकहित दृष्टिगोचर हो सका और न उसकी सार्थकता नजर आयी। तैयारी बैठक में जिस तरह नेताओं ने उग्र तेवर दिखाए भले यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला हो, लेकिन इससे लोकतंत्र का कोई हित नहीं हुआ, क्योंकि इसके पीछे विरोध रचनात्मक की शालीनता, विरोध की गंभीरता, मुद्दे का सौद्देश्य होना सभी गायब था। गुट की सर्वोत्कृष्टता ही दिखावे की वस्तु थी।