Publish Date:07-Sep-2018 20:20:34
थाना साइबर क्राइम भोपाल को बड़ी सफलता, अनेक अत्याधुनिक साइबर उपकरण बरामद
1). अमेरिकी नागरिकों से लोन सेटलमेंट के नाम पर की जा रही थी वित्तीय ठगी
2). लॉ एन्फोर्समेंट अधिकारी बनकर करते थे ठगी
3). भोपाल के इन्द्रपुरी में फ्लैट किराये से लेकर चलाया जा रहा था कॉल सेंटर
4). अब तक कुल 07 आरोपी गिरफ्तार, जिसमें से 03 अहमदाबाद से
5). 12 लाख अमेरिकी नागरिकों का व्यक्तिगत डाटा आरोपियों से हुआ जब्त
6). अमेरिकी नागरिकों को मेल करने के लिए लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसी के बनाये थे फर्जी मेल आई डी
7). ebay/Amazon जैसी वेबसाइट के माध्यम से अमेरिकी सॉफ्टवेर/हार्डवेयर खरीदकर करते थे अमेरिका कॉल
8). Bitcoin वॉलेट व् मनीग्राम के जरिये प्राप्त किये थे ठगी के रुपये
विशेष पुलिस महानिदेशक (साइबर) श्रीमती अरुणा मोहन राव एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री राजेश गुप्ता के मार्गदर्शन तथा पुलिस अधीक्षक, साइबर श्री राजेश सिंह भदौरिया के निर्देशन में साइबर थाना भोपाल की टीम ने ऐसे कॉल सेंटर के संचालक व् अन्य को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है जो अत्याधुनिक साइबर सॉफ्टवेयर प्लेटफार्म का उपयोग करके अमेरिकन मोबाइल नंबर से उपलब्ध डाटा के आधार पर अमेरिका के नागरिकों के मोबाइल नंबर पर कॉल व् टेक्स्ट मेसेज करके स्वयं को लॉ एन्फोर्समेंट के अधिकारी बताकर बकाया लोन ना चुका पाने पर अरेस्ट वारंट या लीगल नोटिस देकर उनसे सेटलमेंट के नाम पर अवैध राशि वसूल की जा रही थी | इसके लिए अभिषेक पाठक निवासी अहमदाबाद ने अपने दोस्त रामपाल सिंह निवासी भोपाल के साथ मिलकर इन्द्रपुरी भोपाल में कॉल सेंटर संचालित करने के लिए फ्लैट किराये पर लिया था| इस कॉल सेंटर पर मासिक वेतन पर 04 लड़कों को टेक्स्ट मेसेज व् मेल करने के लिए रखा गया था जो रात्री कालीन शिफ्ट में उपलब्ध डाटा अनुसार अमेरिकन नागरिकों को टेक्स्ट मेसेज व् मेल करते थे व् उनसे वापस इसी नंबर पर कांटेक्ट करने के लिए कहते थे| यदि किसी अमेरिकन नागरिक द्वारा डरकर वापस कांटेक्ट किया जाता था तो उसका कॉल रामपाल या अभिषेक पाठक को डायवर्ट करते थे जो उन्हें फ़्लुइंटली इंग्लिश में अमेरिकन एक्सेंट में बात करके लॉ एन्फोर्समेंट अधिकारी बताकर लोन सेटलमेंट के लिए कहते थे | यदि कोई सेटलमेंट के लिए तैयार होता था तो उनसे मनीग्राम या बिटकॉइन के जरिये किसी मनीग्राम होल्डर के खाते में अथवा स्वयं के बिटकॉइन वॉलेट में राशि ट्रांसफर करके राशि प्राप्त कर ली जाती थी|
अभिषेक पाठक पिता सुरेश पाठक अहमदाबाद का निवासी है| लगभग 01 वर्ष से अभिषेक पाठक के द्वारा इन्द्रपुरी स्थित फ्लैट में यह कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा था| अभिषेक पाठक द्वारा फ्रॉड की यह राशि अपने ZebPay के बिटकॉइन वॉलेट में अथवा मनीग्राम के माध्यम से प्राप्त की थी | कॉल सेंटर में रामपाल मेनेजर के तौर पर कार्यरत था जिसका कार्य लड़के रिक्रूट कर रात में कार्यसंचालन करना था साथ ही किये जा रहे कार्य में सहायता व् कभी कभी पैसे कलेक्ट करना भी था| रामपाल सिंह ने राशि प्राप्त करने के लिए खुद का ZebPay का बिटकॉइन वॉलेट बनवाया था | साथ ही अपने बैंक के 02 खातों से भी राशि का लेन-देन करता था| रामपाल सिंह पूर्व में अभिषेक पाठक के साथ अहमदाबाद में इसी तरह के कॉल सेंटर में काम कर चुका है जहाँ पर दोनों को अमेरिकन एक्सेंट में बात करने का प्रशिक्षण भी दिया गया था| अभिषेक पाठक द्वारा अमेरिकन नागरिकों को कांटेक्ट करने के लिए डाटा अहमदाबाद निवासी वत्सल दीपेशभाई गाँधी से खरीदा गया था | वत्सल दीपेशभाई गाँधी को भी साइबर पुलिस की टीम ने अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है जिसके पास से कुल 12 लाख अमरीकी लोगो का डाटा जब्त किया गया है | यह डाटा वत्सल तक कैसे पंहुचा इसकी जानकारी जुटाई जा रही है| अभी तक प्राप्त जानकारी अनुसार इनके द्वारा लगभग 20 लाख रुपये की राशि अमेरिकन नागरिकों से प्राप्त की गयी है | अपराध में अभी भी विवेचना जारी है जिसमें और भी राशि प्राप्त करने के सम्बन्ध में जानकरी एकत्रित की जा रही है एवं इस अपराध में संलिप्त अन्य आरोपियों के बारे में पतारसी की जा रही है| आरोपी मो. फरहान खान, शुभम गीते, सौरभ राजपूत, मौर्य श्रवणकुमार प्राप्त डाटा के आधार पर अमेरिकी नागरिकों को टेक्स्ट मेसेज भेजने का और यदि कोई अमेरिकन नागरिक द्वारा वापस काल किया जाता तो उसे रामपाल एवं अभिषेक को डायवर्ट करने का काम करते थे|
उपरोक्त कार्यवाही को करने के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में निरीक्षक अभिषेक सोनेकर के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गयी थी| इसी टीम ने तकनीकी विश्लेषण कर चल रहे कॉल सेंटर को ट्रेस कर छापे की कार्यवाही की तथा भोपाल एवं अहमदाबाद से कुल 07 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की | विशेष टीम में निरीक्षक अभिषेक सोनेकर के नेतृत्व में उप निरीक्षक महेश लिल्हारे, विनय नरवरिया, अनुज समाधिया, कविता उइके आरक्षक सुरेश मीणा, धर्मेन्द्र शर्मा, अरुण ठाकुर, दुर्गेश सिंह, महिला आरक्षक रितिका द्विवेदी की सराहनीय भूमिका रही|
विस्तृत जानकारी आरोपी:-
1). अभिषेक पाठक, पिता सुरेश पाठक, उम्र:-22 वर्ष, निवासी:- अहमदाबाद, शैक्षणिक
योग्यता:- 12वीं
2). रामपाल सिंह, पिता काशी सिंह, उम्र:-29 वर्ष, निवासी:-सेमरा भोपाल , शैक्षणिक
योग्यता:- BCA
3). वत्सल दीपेशभाई गाँधी, पिता दीपेशभाई गाँधी, उम्र:-25वर्ष, निवासी:- अहमदाबाद,
शैक्षणिक योग्यता:-B.Com
4). मो. फरहान खान, पिता हसीब खान, उम्र:- 19 वर्ष, निवासी:-अशोका गार्डन, शैक्षणिक
योग्यता:- 10वीं
5). मौर्य श्रवणकुमार, पिता :- रामप्रकाश, उम्र:- 19 वर्ष, निवासी:- अहमदाबाद, शैक्षणिक
योग्यता:-11वीं
6). शुभम गीते, पिता :- धनराज गीते, उम्र:- 19 वर्ष, निवासी:- आमला बैतूल, शैक्षणिक
योग्यता:-B.E. छात्र
7). सौरभ राजपूत, पिता :- राजकुमार राजपूत, उम्र:- 19 वर्ष, निवासी:- सिरोंज, विदिशा,
शैक्षणिक योग्यता:- B.E. छात्र