Publish Date:31-Mar-2020 00:04:51
दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके के मरकज में शामिल जिन लोगों को कोरोना जांच के लिए दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों भेजा गाय था, उनमें से कुल 24 के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। 13 से 15 मार्च के बीच आोयजित इस मरकज में शामिल तेलंगाना के 6 लोगों की मौत हो चुकी है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसकी पुष्टि करते हुए अपील की है कि राज्य के जो भी नागरिक मरकज में शामिल होने के लिए दिल्ली गए थे, वे हमें सूचित करें ताकि उन्हें क्वारंटाइन में रखा जा सके। मरकज़ में शामिल होने वाले श्रीनगर के एक शख्स की पहले ही मौत हो चुकी है।
दिल्ली में 200 संदिग्ध लोगों में से जिन 24 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उनमें से 6 की जांच रिपोर्ट रविवार (29 मार्च) और 18 लोगों की रिपोर्ट सोमवार (30 मार्च) को आई है। जामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में दस से अधिक देशों के नागरिकों समेत 200 लोगों को दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में जांच के लिए ले जाया गया था। इनमें बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, मलेशिया, सऊदी अरब, इंग्लैंड और चीन के करीब 100 विदेशी नागरिक शामिल हैं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, "13 से 15 मार्च तक नई दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके के मरकज में आयोजित धार्मिक सम्मेलन से लौटे तेलंगाना के 6 लोगों की कोरोना वायरस के संपर्क में आने के बाद मौत हो गई है।"
दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम इलाके में एक से 15 मार्च के बीच तबलीग-ए-जमात के इज्तिमे (मजहबी मकसद से एक खास जगह जमा होना) में दो हजार से ज्यादा लोगों ने शिरकत की थी। इनमें इंडोनेशिया और मलेशिया के लोग भी शामिल थे। अधिकारियों ने सोमवार (30 मार्च) को बताया कि कुछ लोगों के कोरोना वायरस से संपर्क में आने की आशंका के बाद इलाके को सील कर दिया गया है।
मरकज में 2000 से ज्यादा लोग शामिल थे
दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम इलाके में तबलीग-ए-जमात के इज्तिमे (मजहबी मकसद से एक खास जगह जमा होना) में दो हजार से ज्यादा लोगों ने शिरकत की थी। इनमें इंडोनेशिया और मलेशिया के लोग भी शामिल थे। अधिकारियों ने सोमवार (30 मार्च) को बताया कि कुछ लोगों के कोरोना वायरस से संपर्क में आने की आशंका के बाद इलाके को सील कर दिया गया है।
100 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए
उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों में बीमारी के लक्षण दिखने की रिपोर्टों के बाद दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के अफसरों और मेडिकल टीमें रविवार (29 मार्च) रात इलाके में गई थी। कम से कम 100 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट मंगलवार (31 मार्च) तक आने की उम्मीद है। मुस्लिम संगठन तबलीग-ए-जमात के मुख्यालय और घरों समेत पूरे इलाके को काट दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ की मेडिकल टीमें लोगों की जांच कर रही हैं और उन्हें पृथक रखने के लिए निर्धारित अस्पतालों में भेज रही हैं। पिछले हफ्ते श्रीनगर में करीब 60 वर्षीय व्यक्तित की संक्रमण से मौत होने के बाद फिक्र होना शुरू हुई। इस शख्स ने इज्तिमे में शिरकत की थी। अधिकारियों के मुताबिक, संगठन के मुख्यालय में बड़ी सभा के बाद छोटी-छोटी मंडलियों में भी लोग बैठते हैं।
संगठन का मुख्यालय निजामुद्दीन थाने के बराबर में है और ख्वाजा मुईनुद्दीन औलिया की दरगाह के पास है। इस इज्तिमे में सऊदी अरब, इंडोनेशिया, दुबई, उज्बेकिस्तान और मलेशिया सहित कई देशों के प्रचारकों ने हिस्सा लिया। भारत के अलग अलग हिस्सों से आए करीब 600 लोगों ने भी इसमें हिस्सा लिया।
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नागरिक तो ट्रेनों और उड़ानों के जरिए वापस चले गए। देश के कई हिस्सों में सामने आए कुछ मामलों के संपर्क खंगाले गए तो उनका संबंध इस इज्तिमे से निकाला। लोगों को पृथक केंद्र में भेजने के लिए बसों को तैयार रखा गया है। इज्तिमे में शिरकत करने वालों के लिए रहने की व्यवस्था जिन हॉस्टलों की जाती थी, उन्हें भी सील कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए 24 मार्च को देशव्यापी बंद का ऐलान किया था। दिल्ली पुलिस इलाके में नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।
साभार- ला हि