Publish Date:13-May-2019 20:16:01
राजकाज न्यूज, भोपाल
राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने भारत निर्वाचन आयोग में शिकायत के बाद हुई जांच उपरांत कलेक्टर छिंदवाड़ा एवं कलेक्टर शहडोल को हटाने के निर्देश दिये हैं। नये आदेश में भरत यादव को छिंदवाड़ा का कलेक्टर तथा शेखर वर्मा को शहडोल का कलेक्टर पदस्थ करने के आदेश सोमवार को जारी कर दिये। कलेक्टर छिंदवाड़ा श्रीनिवास शर्मा को अपर सचिव मध्यप्रदेश मंत्रालय तथा कलेक्टर शहडोल ललित दाहिमा को उप सचिव मध्यप्रदेश मंत्रालय पदस्थ किया गया हैं।
गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम 20 अप्रैल को शहडोल कलेक्टोरेट देर रात पहुंचे थे। उस वक्त कलेक्टर ललित कुमार दाहिमा अधिकारियों के साथ चुनावी तैयारियों को लेकर बैठक कर रहे थे। आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे और भाजपा ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए शिकायत की। इस पर अनूपपुर कलेक्टर और शहडोल कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी गई। कलेक्टर की रिपोर्ट में मंत्री के कलेक्टोरेट में आने की पुष्टि तो की गई लेकिन उनके किसी बैठक में शामिल होने से इंकार किया गया।
वहीं, कमिश्नर की रिपोर्ट अस्पष्ट थी। इस आधार पर दाहिमा को फौरी तौर पर क्लीनचिट दे दी गई, लेकिन कमिश्नर से स्पष्ट प्रतिवेदन मांगा गया तो उन्होंने बैठक में शामिल अधिकारियों के बयान लेकर रिपोर्ट भेजी। इसमें विरोधाभासी बातें सामने आईं। इस आधार पर आयोग ने नए कलेक्टर के लिए सीधे पैनल मांग ली।
इसी तरह छिंदवाड़ा में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हेलिकॉप्टर शाम पांच बजे के बाद उड़ान की अनुमति नहीं दी थी। इस पर काफी विवाद भी हुआ था और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव से जांच भी कराई थी। इसमें राज्य के नियमों का हवाला देते हुए कलेक्टर को क्लीनचिट दी गई थी।
इसमें यह भी उल्लेख है कि कलेक्टर ने जो 150 अनुमतियां दीं, उसमें इसी प्रावधान का पालन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के स्टार प्रचारक शत्रुद्यन सिन्हा सौंसर एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। यहां उनके हेलिकॉप्टर साढ़े छह बजे के बाद उड़ान भरी थी।
इस मामले में अनुमति लेने वाले जय माहोरे के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई है। आयोग ने हेलिकॉप्टर की उड़ान मामले को गंभीरता से लेते हुए छिंदवाड़ा कलेक्टर को बदलने अधिकारियों की पैनल मांगी है। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के चुनाव प्रभारी आयोग के उप चुनाव आयुक्त सुदीप जैन के मध्यप्रदेश के बाद उत्तरप्रदेश के दौरे पर होने की वजह से देर रात तक इस मामले में फैसला नहीं हो पाया था।