यदि फ़रवरी में ही कोरोना आ गया था तो उसके ज़िम्मेदार तो फिर तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सिलावट है , जिन के पास ज़िम्मेदारी थी , प्रदेश में कोरोना के ज़िम्मेदार तो इस हिसाब से वे है - नरेंद्र सलूजा
इंदौर/भोपाल - 2 जून 2020, मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कोरोना को लेकर देश के हॉटस्पॉट बने इंदौर की 70 दिन बाद सुध लेने आए प्रदेश के स्वास्थ विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान द्वारा प्रदेश में कोरोना के संक्रमण के फैलने के लिये इंदौर को जिम्मेदार बताने व इंदौर को कोरोना वाहक बताने पर कड़ी आपत्ति लेते हुए कहा कि ऐसा कहकर उन्होंने मुख्यमंत्री के सपनों के शहर व देश में तीन बार स्वच्छता को लेकर प्रथम पुरस्कार पा चुके इंदौर को बदनाम करने का व उसकी छवि बिगाड़ने का काम किया है।इस आरोप के संबंध में या तो वे प्रमाण पेश करें या फिर शहर की जनता से तत्काल माफी मांगे।
वे कह रहे है कि फ़रवरी में ही कोरोना आ गया था , हम पहचान नहीं पाये तो उस समय तो प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की ज़िम्मेदारी तत्कालीन तुलसी सिलावट के पास थी , उस हिसाब से तो यह उनकी असफलता है। ऐसे असफल , ग़ैर ज़िम्मेदार व्यक्ति को फिर भाजपा में मंत्री क्यों बनाया गया , जो वास्तव में प्रदेश में कोरोना फैलने का ज़िम्मेदार है ? जो मंत्री इस संकट काल में प्रदेश को लावारिस छोड़ बेंगलूर के फ़ाइव स्टार होटल में आराम फ़रमा रहा था।
सलूजा ने कहा कि कल ही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री , प्रदेश में फैले कोरोना संक्रमण को लेकर दुबई की फ्लाइट को जिम्मेदार ठहरा रहे थे।यह सही है कि इंदौर में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला लेकिन इसके लिए 70 दिन की भाजपा सरकार जिम्मेदार है , जिसने अभी तक इंदौर की सुध नहीं ली।मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश के इंदौर के प्रभारी मुख्य सचिव , स्वास्थ्य मंत्री व कोई भी ज़िम्मेदार इंदौर की सुध लेने इन 70 दिनो में नहीं पहुंचा।इन 70 दिनों में इंदौर कोरोना को लेकर प्रयोगशाला बनता रहा , नित नए प्रयोग होते रहे।खुद मोहम्मद सुलेमान भी स्वास्थ विभाग की जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बार इंदौर की सुध लेने आए हैं और आते ही वे इंदौर को कोरोना वाहक बता रहे है।
उन्हें तो साहस दिखाकर शिवराज सरकार की असफलता स्वीकार करना चाहिये और यह कहना चाहिये कि प्रदेश में फैले कोरोना संक्रमण के पीछे भाजपा जिम्मेदार है , जिसने प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने के लिए देरी से देश में लॉकडाउन की घोषणा की, विदेश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग नहीं की , अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटों पर रोक नहीं लगाई , तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री को बेंगलूर ले गये , जिससे कोरोना संक्रमण फैला।भाजपा के लोग कोरोना को डरोना बताते रहे। सलूजा ने शहर के तमाम जनप्रतिनिधियों व जिम्मेदार नागरिकों से भी अपील की है प्रदेश में फैले कोरोना संक्रमण को लेकर इंदौर को जिम्मेदार ठहराने वाले इस बयान का मुखर होकर विरोध करें क्योंकि इस बयान से देश में ,प्रदेश में इंदौर की छवि बिगड़ी है व इंदौर बदनाम हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी मांग की है ऐसा गैर जिम्मेदाराना बयान देने पर उक्त अधिकारी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।
दुकानों पर कार्रवाई तो फिर बीजेपी कार्यालय भी सील होना चाहिए....
शिवराज जी कह रहे है कि कोरोना की गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर दुकाने सील होगी,सही है, नियम का पालन होना चाहिये पर क्या नियम आमजन के लिये ही है?
इस नियम के हिसाब से तो सबसे पहले प्रदेश भाजपा कार्यालय सील होना चाहिये,जहाँ कई बार गाइडलाइन का उल्लंघन हुआ है।
शिवराजजी हिम्मत दिखाइये।
https://twitter.com/narendrasaluja/status/1267690503933435904?s=12