Publish Date:21-May-2018 15:33:08
मुख्यमंत्री चौहान ने लांच किया "माय एमपी रोजगार पोर्टल
भोपाल : सोमवार, मई 21, 2018, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के मॉडल स्कूल में 'हम छू लेंगे आसमाँ' 'मुख्यमंत्री कॅरियर काउंसलिंग पहल' कार्यक्रम में 'माय एमपी रोजगार पोर्टल'' लांच किया। यह पोर्टल युवाओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता, क्षमता एवं रुचि के अनुसार रोजगार उपलब्ध करवाने तथा नियोजक को अपने व्यवसाय की जरूरत के अनुसार योग्य उम्मीदवार की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से परिपूर्ण है। युवा सशक्तिकरण मिशन के अंतर्गत मध्यप्रदेश कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड द्वारा यह पोर्टल तैयार किया गया है।
इस पोर्टल के माध्यम से युवक अपनी योग्यतानुसार स्वयं की प्रोफाइल को पोर्टल पर रजिस्टर कर रोजगार खाता खोल सकेगा। पोर्टल के माध्यम से वह अपनी पसंद के रोजगार की जगह, कार्य-क्षेत्र, सेक्टर एवं जॉब रोल का निर्धारण कर सकता है। प्रोफाइल एकाउंट में सर्च करने पर उसे मालूम हो सकेगा कि उसकी रुचि और योग्यता के आधार पर रोजगार देने वाले कितने नियोजक एवं कितने पद उपलब्ध हैं। ऑनलाइन ही इन कम्पनियों में नौकरी के लिये आवेदन भी कर सकेंगे।
रोजगार एकाउंट में दी गई जानकारी को ऑनलाइन अपडेट किया जा सकेगा और नौकरी मिलने के बाद नई नौकरी के लिये भी रोजगार एकाउंट का उपयोग कर सकेगा। नियोजक कम्पनी भी इस पोर्टल पर नि:शुल्क नियोजक खाता खोल सकती है। खाते में वह उसके यहाँ नौकरी के लिये जरूरी योग्यता, प्रशिक्षण आदि की जानकारी रखेगा। जैसे ही नियोजक जॉब रोल/स्किल सेट अपडेट करेगा, वैसे ही पोर्टल नियोजक के समक्ष जॉब प्राप्त करने वालों की लिस्ट एवं प्रोफाइल उपलब्ध करवा देगा। पोर्टल के माध्यम से ही नियोजक आवेदन आमंत्रित कर आवेदक को इंटरव्यू के लिये बुला सकेगा।
करियर का चुनाव करते समय अपने लिए लक्ष्य निर्धारित कर लेना चाहिए। इसी से सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है। ज़्यादातर बच्चे केवल IAS, डॉक्टर, इंजीनियर बनने का सपना देखते हैं, जबकि कई युवाओं ने छोटी सी शुरूआत करके भी लाखों, करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी, वे आज बड़े उद्यमी बन गए हैं। ये बातें प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में आयोजित करियर काउंसलिंग कार्यक्रम ''हम छू लेंगे आसमां'' कार्यक्रम के दौरान उपस्थित बच्चों से कही।
गौरतलब है कि सरकार ने 10वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए ''हम छू लेंगे आसमां" योजना शुरू की जिसमें विद्यार्थी काउंसिलिंग एक्सपर्ट से अपने करियर और अकेडमिक संबंधी सलाह ले सकते हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि करियर को लेकर बच्चे कई विधाओं में से एक का चयन कर सकते हैं, लेकिन पहले बच्चों को अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए कि वे क्या हासिल करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि राज्य शासन मेधावी विद्यार्थी योजना में 12वीं में 70 प्रतिशत अंक लाने वाले जरूरतमंद विद्यार्थियों की फीस भरेगी। इस साल 1 लाख 12 हजार 625 बच्चे 70 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण हुए हैं जिन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा।
इसके अलावा सीएम ने ये भी बताया कि सरकार ने ये भी फैसला किया है कि जेईई स्टूडेंट्स को भी मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना का लाभ मिलेगा। जेईई परीक्षा में 1.5 लाख रैंक तक के छात्रों की फीस भी प्रदेश सरकार भरेगी।
सीएम ने ये भी कहा कि ज्यादातर बच्चे IAS, डॉक्टर, इंजीनियर बनने का सपना देखते हैं। जबकि बच्चे बड़े उद्यमी भी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई युवाओं ने छोटी सी शुरुआत कर लाखों, करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी। उन्होंने ये भी कहा कि जिसे कविता लिखने में मजा आए, जिसे संगीत तैयार करने में आनंद आए उसे आप एग्रीकल्चर पढ़ाएं तो क्या सफल नहीं हो पाएगा। इसलिए करियर चुनते समय बच्चे अपनी रुचि का ध्यान रखें।
कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों से बच्चों ने सीएम से फोन के जरिए सीधे संवाद भी किया और बच्चों के सवालों के जवाब भी दिए।
पोर्टल की विशेषताएँ
युवाओं के लिये : युवाओं को पोर्टल पर स्वत: रजिस्ट्रेशन, जॉब प्रीफरेंस को अपडेट करने, नियोक्ता की जानकारी, सेक्टर एवं जॉब रोल के आधार पर उपलब्ध ऑनलाइन आवेदन की सुविधा मिलेगी। इंटरव्यू एवं जॉब-फेयर की जानकारी रजिस्टर्ड ई-मेल एवं मोबाइल पर प्राप्त की जा सकेगी।
नियोजक के लिये : नियोजकों को पोर्टल पर स्वत: रजिस्ट्रेशन, सेक्टर एवं जॉब रोल्स को अपडेट करने और इसी के आधार पर डिमांड को पोर्टल पर अपलोड करने की सुविधा होगी। डिमांड के आधार पर योग्य आवेदकों की सूची उपलब्ध हो सकेगी।
मैच-मेकिंग के माध्यम से नियोजक कम्पनियों और रोजगार के इच्छुक युवाओं को नजदीक लाने का प्रयास, 'माय एमपी रोजगार पोर्टल'' के माध्यम से किया गया है।