Publish Date:04-Nov-2016 19:02:25
कांग्रेस ने उठाया सवाल ......
ईमानदार आईपीएस संजीव शमी के वास्तविक कथन पर सरकार स्पष्टीकरण दे: के.के. मिश्रा
भोपाल 04 नवम्बर। प्रदेश कांग्रेेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने 31 अक्टूबर को जेल ब्रेक के बाद हुए एनकाउंटर पर एक बार पुनः सवालिया निशान लगाते हुए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से विनम्रतापूर्वक जानना चाहा है कि जब उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह से चर्चा के बाद घटना की जांच एनआईए से कराने की घोषणा सार्वजनिक तौर पर कर दी थी, तब उनकी इस घोषणा के बाद राज्य सरकार को बैकफुट पर आने की आवश्यकता महसूस क्यों हुई ? सरकार का यह कदम अनेकों शंका और कुशंकाओं को जन्म दे रहा है !
मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से घटना वाले दिन पुलिस कंट्रोल रूम और पुलिस अधिकारियों के बीच हुए वार्तालापों की ऑडियो वायरल हो रहे हैं, कमोबेश अन्य तथ्य भी सामने आ रहे हैं, उससे एनकाउंटर फर्जी होने की बात पुख्ता होती जा रही है। इस दिशा में घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले प्रदेश के वास्तविक ईमानदार वरिष्ठ आईपीएस एवं एटीएस प्रमुख संजीव शमी ने एक नहीं दो बार अपने उस कथन को दोहराया है, कि ‘‘जेल ब्रेक के बाद फरार और एनकाउंटर में मारे गये सिमी आतंकियों के पास कोई हथियार नहीं थे।’’ जबकि एक अन्य ईमानदार आईपीएस और भोपाल के आईजी योगेश चौधरी का अधिकृत कथन है कि ‘‘31 अक्टूबर को पुलिस द्वारा एनकाउंटर में मारे गये सिमी आतंकवादियों के पास शस्त्र थे।’’ इन दोनों कथनों में सामने आ रहे विरोधाभासी बयानों पर सरकार को अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए।
मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को इन दोनों ही वास्तविक ईमानदार पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली और कर्तव्यनिष्ठा पर किसी भी प्रकार का संदेह नहीं है। यदि शमी अपने बयान पर अडिग हैं तो मौका-ए-वारदात के दौरान हथियार कहां से आये? यदि आतंकियों के पास हथियार नहीं थे और काउंटर ही नहीं हुआ तो एनकाउंटर की बात कहां से आ रही है? यह अपने आप में गंभीर अनुसंधान का विषय है।
कांग्रेस ने सौंपा चुनाव आयोग को ज्ञापन
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता जे.पी. धनोपिया ने आज चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि शहडोल लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्री ज्ञानसिंह ने 28 अक्टूबर 2016 को अनूपपुर जिला कलेक्टर के समक्ष अपना नामांकन फार्म प्रस्तुत कर दिया एवं वह विधिवत रूप से चुनाव में प्रत्याशी हो गए । उन्होंने 2 नवंबर 2016 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में चुनावी रैली को आयोजित कर अपना पुनः नामांकन फार्म प्रस्तुत किया जिसका खर्च उनके द्वारा अपने चुनाव खर्च के रजिस्टर में उल्लेखित नहीं किया हैं । उक्त संबंध में आज चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि चुनावी रैली का खर्च भाजपा प्रत्याशी के खर्च में जोड़ा जावे।
धनोपिया ने कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रस्तुत ज्ञापन चुनाव आयोग को सौंपते हुए कहा कि उपरोक्त विषयान्तर्गत निवेदन है कि शहडोल लोकसभा उप चुनाव की प्रक्रिया चल रही है एवं आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हैं । भाजपा प्रत्याशी श्री ज्ञानसिंह द्वारा विधिवत रूप से दिनांक 28 अक्टूबर, 2016 को जिला निर्वाचन अधिकारी अनूपपुर कलेक्टर के समक्ष अपना लोकसभा चुनाव का नामांकन फार्म प्रस्तुत कर दिया गया तथा उक्त दिनांक से वे चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में नामांकित हो गए । इसके बावजूद उन्होंने दिनांक 2 नवंबर, 2016 को एक बड़ी चुनावी रैली आयोजित की जिसमें सैकड़ों की संख्या में बसों का उपयोग किया गया, मंच पंडाल बनाया गया और सैकड़ों की संख्या में बसो द्वारा आम जनता को रैली में शामिल करने हेतु लाया गया । उक्त सभा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई मंत्रियों ने संबोधित किया तथा भाजपा प्रत्याशी ज्ञानसिंह द्वारा भी संबोधित किया गया एवं चुनावी खर्च को नहीं जोड़ा गया जबकि माननीय निर्वाचन आयोग के स्पष्ट दिशा निर्देश अनुसार सभी प्रत्याशियों को जो चुनाव लड़ रहे होते हैं उन्हें नामांकन की दिनांक से सभी चुनावी खर्चों का हिसाब चुनाव खर्च रजिस्टर में दर्ज करना होता है एवं चुनाव पर्यवेक्षक को प्रस्तुत कर हस्ताक्षर कराये जाते हैं । 2 नवंबर को अनूपपुर में आयोजित चुनावी रैली का खर्च जो तकरीबन 50-60 लाख रूपये हुआ है जिसका कोई हिसाब चुनाव खर्च रजिस्टर में दर्ज नहीं किया गया हैं तथा पर्यवेक्षक को प्रस्तुत भी नहीं किया गया है।
धनोपिया ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि भाजपा प्रत्याशी श्री ज्ञानसिंह के चुनाव खर्च में दिनांक 2 नवंबर, 2016 को अनूपपुर में आयोजित चुनावी रैली का खर्च जो कि 50-60 लाख रूपये के करीब है को उनके चुनावी खर्च में जोड़ा जावे जिससे कि लोकसभा उप चुनाव में चुनावी खर्च की सीमा की स्थिति चुनाव आयोग के साथ-साथ आमजनता को भी ज्ञात हो सके कि उनके द्वारा अभी तक कितनी राशि चुनाव खर्च में खर्च की जा चुकी है ।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव 5 नवम्बर को नेपानगर विधानसभा क्षेत्र में सघन चुनाव प्रचार करेंगे
प्रदेश कांग्रेेस अध्यक्ष अरूण यादव 5 नवम्बर को बुरहानपुर जिले की नेपानगर विधानसभा उपचुनाव में सघन प्रचार करेंगे। श्री यादव इस हेतु 5 नवम्बर को सुबह 9.30 बजे नेपानगर के ग्राम सोनूद में अधिकृत कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे, तत्पश्चात सुबह 10.15 बजे ग्राम नावथा, पूर्वान्ह 11 बजे डवालीकला, पूर्वान्ह 11.45 बजे डवालीकला खुर्द, दोपहर 12.30 बजे शंकरपुरा मोनमोडा, दोपहर 1.15 बजे देवरी-नेवरी, दोपहर 2 बजे लिंगा, दोपहर 2.45 बजे हिंगना तथा अपरान्ह 4 बजे अम्बाड़ा ग्राम में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे तथा आमसभा को संबोधित करेंगे।