Publish Date:07-Dec-2019 20:07:08
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल को लोकसभा में सोमवार को पेश किया जाएगा. बिल पर पहले से ही काफी विवाद है और इसलिए संसद में भी इसको लेकर बवाल होना तय माना जा रहा है. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल तो इस बिल के विरोध में हैं ही. अब एनडीए के भीतर भी बिल को लेकर विरोध का स्वर उठ सकता है.
एनडीए की सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) इस बिल के पक्ष में नहीं दिखाई दे रही है. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी बिल को संविधान की मूल भावना और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ मानती है इसलिए बिल का समर्थन करने में हिचकिचाहट हो रही है. सूत्रों के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने सभी सांसदों से बिल को लेकर विचार विमर्श किया है.
इसी सिलसिले में आज पार्टी के कुछ सांसदों और पदाधिकारियों ने चिराग पासवान से मुलाक़ात की है. मुलाक़ात में इस बात पर चर्चा की गई कि लोकसभा और राज्यसभा में इस बिल पर वोटिंग के दौरान पार्टी का रूख क्या हो? बैठक में चिराग पासवान के अलावा सांसद महबूब अली कैसर और पार्टी महासचिव अब्दुल ख़ालिक़ और अन्य लोग शामिल हुए.
पार्टी का ये भी मानना है कि बिल पर चर्चा के लिए पहले एनडीए की बैठक में सभी सहयोगी दलों की राय लेना ज़्यादा ठीक होता. लोकसभा में एलजेपी के 6 जबकि राज्यसभा में 1 सांसद हैं. गठबन्धन की एक और सहयोगी जेडीयू भी पहले से इस बिल के खिलाफ़ रही है. हालांकि, इस बार पार्टी का रुख इस पर थोड़ा नरम दिख रहा है.
साभार- एबीपी न्यूज