Publish Date:24-Jul-2019 00:49:09
बेंगलुरू: कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने कुमारस्वामी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. विश्वास मत हारने के बाद, कुमारस्वामी ने राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा गवर्नर को सौंपा. कुमारस्वामी सरकार विश्वास मत के दौरान बहुमत हासिल नहीं कर सकी. बीजेपी के पक्ष में 105 वोट पड़े जबकि कुमारस्वामी के पक्ष में 99 वोट मिले. कुमारस्वामी सरकार को 9 वोट कम मिले. 23 मई 2018 को कर्नाटक में कुमारस्वामी की सरकार बनी थी.
कुमारस्वामी सरकार गिरने के बाद येदियुरप्पा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "कुमारस्वामी की हार लोकतंत्र की जीत है. कुमारस्वामी सरकार से कर्नाटक परेशान था. मैं कर्नाटक के लोगों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि अब राज्य में विकास का नया युग शुरू होगा."
कर्नाटक बीजेपी ने कुमारस्वामी सरकार के गिरने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, " यह कर्नाटक की जनता की जीत है. भ्रष्ट और अपवित्र गठबंधन के युग का अंत हुआ. हम आपको स्थिर और सक्षम सरकार का वादा करते हैं. हम मिलकर कर्नाटक को समृद्ध बनाएंगे."
इससे पहले, बहस का जवाब देते हुए कुमारस्वामी ने कहा, "मैं फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हूं." इससे पहले, उन्होंने राज्य की जनता और स्पीकर से माफी मांगी. उन्होंने कहा कि वह एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री है. हमेशा राजनीति से दूर रहना चाहते थे."
शहर में शाम 6 बजे से अगले 48 घंटे के लिए धारा 144 लगा दी गई है. बेंगलुरू पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने कहा, "आज और कल पूरे शहर में धारा 144 लागू रहेगी. सभी पब, शराब की दुकानें 25 जुलाई तक बंद रहेंगी. यदि कोई इसका उल्लंघन करेगा तो उसे दंडित किया जाएगा."
उधर, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया है कि करोड़ों रुपये देकर विधायकों की खरीद फरोख्त की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के बागी विधायकों को अयोग्य घोषित किया जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा 25 करोड़, 30 करोड़, 50 करोड़, इतना पैसा कहां से आ रहा है. वो विधायक (बागी) अयोग्य घोषित कर दिए जाएंगे. इनकी राजनीतिक 'समाधि' बनाई जाएगी. 2013 से दल-बदल करने वाले हारते रहे हैं. यही अंजाम इस बार इस्तीफा देने वालों का होगा. ऐसा ही होना चाहिए'. सिद्धारमैया ने कहा होलसेल व्यापार एक समस्या है. अगर एक दो सदस्यों का रिटेल ट्रेड होता तो को समस्या नहीं थी. जो विधायक (बागी) गए हैं वह होलसेल ट्रेड में शामिल थे.
इससे पहले, बागी विधायकों के वकील ने स्पीकर केआर रमेश कुमार से मुलाकात की. वकील ने स्पीकर से बागी विधायकों को मुलाकात के लिए चार सप्ताह का समय देने की मांग की. उधर, कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी स्पीकर से मुलाकात की और बागी विधायकों पर तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की. कांग्रेस ने कहा कि चार सप्ताह का समय बहुत ज्यादा है. कांग्रेस ने ऐसी परिस्थिति में दल-बदल कानून लागू करने की मांग की.
साभार- जी न्यूज