Publish Date:22-Feb-2017 14:44:28
राजकाज न्यूज, भोपाल
मध्यप्रदेश कांग्रेस के आव्हान पर राज्य की प्रदेश सरकार के खिलाफ विधानसभा का घेराव करने के लिए 13 वर्ष में पहली बार सभी आला नेताओं ने भोपाल में दस्तक दी हैं। यहीं नहीं ऐन मौके पर किसी नेता का कार्यक्रम भी नहीं बदला। सभी प्रदर्शन स्थल पर पहुंच गये हैं। कांग्रेस का यह हल्ला बोल प्रदेश सरकार के कानों में घंटी बजाने में सफल रहा है। टीनशेड पर चल रहे विधानसभा घेराव आंदाेलन में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरूण यादव और विवेक तन्खा सहित अन्य नेताओं अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आंदोलन में जुटने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है।
वर्षों से कार्यकर्ताओं में अपने नेताओं के अलग-अलग रहने से पार्टी का काम करने में असहजता महसूस होती रही हैं। बुधवार को एक मंच पर अपने नेताओं को देख कर कांग्रेस कार्यकताओं के चेहरों पर उत्साह नजर आ रहा हैं। यहीं नहीं इन नेताओं के अलग-अलग सुर के कारण कांग्रेस को अपने ही नेताआें के कारण लगातार पिछड़ना पड़ रहा हैं। इधर एक मंच पर सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के नजर आने से शिवराज सरकार की धड़कनों को तेज कर दिया है। बताते है कि खुफिया तंत्र के अतिरिक्त भाजपा ने अपने कुछ कार्यकर्ताओं को भी आंदोलन से जुड़ी एक-एक खबर को उन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी है। ताकि किसी प्रकार से भी उन्हें आने वाले समय में इससे निपटने की योजना बनाने में आसानी हो।
गाैरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस द्वारा माँ नर्मदा से मुख्यमंत्री के परिवार द्वारा किया जा रहे कथित अवैध रेत उत्खनन, पाकिस्तान के लिए आईएसआई के साथ सामने आई भाजपाईयों द्वारा की जा रही जासूसी, 2200 करोड़ रूपयों का कटनी हवालाकांड, जिसमें मुख्यमंत्री के चहेते राज्यमंत्री संजय पाठक की संलिप्तता, व्यापमं के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों में करोड़ों रूपये लेकर दिये गये प्रदेश को लेकर आये सुप्रीम कोर्ट का ताजा फैसला, किसानों की दुर्दशा, दलित, अल्पसंख्यकों व महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और सभी स्तर पर जारी भारी भ्रष्टाचार सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रदेश कांग्रेस द्वारा विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन, आमसभा और घेराव कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने बताया कि राजधानी भोपाल के लिए विभिन्न पहुंच मार्ग इंदौर, नरसिंहगढ़, रायसेन, होशंगाबाद, विदिशा आदि मार्गों पर आने वाले कांग्रेसजनों, उनके विभिन्न चार पहिया वाहनों, बसों सहित रेल्वे स्टेशन से आने वाले कांग्रेसजनों को समुचित जानकारी मुहैया कराने हेतु इन मार्गों पर पार्टी के वरिष्ठ साथियों को तैनात किया गया है, जो पुलिसियाई कार्यवाही के माध्यम से उन्हें रोकने के संभावित प्रयासों पर ‘समन्वय’ के माध्यम से उन्हें सभास्थल तक पहुंचाने में सहयोग कर रहे हैं।