Publish Date:17-Oct-2018 19:18:49
गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी ढोंगी बन छिपा था दिल्ली के ही एक आश्रम में
विशेष पुलिस महानिदेशक श्रीमती अरूणा मोहन राव एवं अति0 पुलिस महानिदेशक श्री राजेश गुप्ता द्वारा अपराधों के निकाल एवं अपराधों में फरार चल रहे आरोपियान की गिरफतारी के संबंध में दिये गये दिशा निर्देशों के पालन में की गई कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक सायबर, श्री राजेश सिंह भदौरिया के निर्देशन में सायबर क्राईम द्वारा शाईन डाॅट काॅम कंपनी के नाम से धोखाधड़ी करने के मामले में एक और लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को गिरफतार करने में सफलता प्राप्त की है। पूर्व में सायबर क्राइम द्वारा इस गिरोह के मास्टरमांइड तुषार अरोरा व हिमांशु अरोरा को गिरफतार किया गया था।
वर्ष 2017 में सायबर सेल भोपाल द्वारा पकड़े गये आरोपी हिमांशु अरोरा पिता रवि अरोरा तथा तुषार अरोरा पिता रवि अरोरा से पूछताछ करने पर सामने आया कि आरोपीगण फरार आरोपी रामबाबू चैहान के साथ मिलकर दिल्ली स्थित उनके निवास स्थान डी.42 तिलक नगर नई दिल्ली पर जाॅब के नाम पर धोखाधड़ी करते थे। उक्त दोनों आरोपियों ने फरार आरोपी रामबाबू चैहान की प्रकरण में संलिप्ता के बारे में बताया था तभी से सायबर पुलिस की टीम ने विवेचना में प्राप्त जानकारी एवं विभिन्न स्त्रोतो से प्राप्त सूचना के आधार पर अपने मुखबिरों को सर्तक कर दिया था। आरोपी रामबाबू चैहान की तलाश में सायबर थाना भोपाल से कई बार विशेष दल दिल्ली भेजा गया परंतु आरोपी अपने स्थायी निवास पर मौजूद नहीं मिला।
प्रकरण में फरियादिया नीलम चैकसे नि0 पुराना भोपाल ने सायबर थाना भोपाल में नौकरी के नाम पर कुल 5510/- की धोखाधड़ी होने के संबंध मंे रिपोर्ट किया था। सायबर थाना भोपाल द्वारा अपराध क्रमांक 107/17 धारा 419,468, भादवि 66सी,66 डी आईटी एक्ट पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण में पूर्व में गिरोह के सरगना (1) हिमांशु अरोरा (2)तुषार अरोरा को गिरफतार कर जेल भेजा जा चुका है। विवेचना में यह पाया गया कि गिरोह के सदस्य नौकरी दिलाने के नाम पर एक फर्जी वेबसाईट ’’ूूूण्दंनातपइप्रण्बवउ’’ का संचालन कर रहे थे तथा शाईन डाॅट काॅम कम्पनी के नाम पर लोगो को फोन करते थे, बैरोजगारों को नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर विभिन्न फर्जी खातों में पैसा जमा कराया जाता था। यह लोग संगठित गिरोह के रूप में काम करते थे। आरोपी शाईन डाॅट काॅम से आवेदको का डाटाबेस खरीदते थे, तथा बैरोजगारों को बड़ी कम्पनियों में उच्च पद पर नौकरी दिलाने का लालच देते थे। लोगो को और अधिक विष्वास दिलाने के लिये उनका आॅनलाईन इन्टरव्यू लेकर झांसे में आये लोगों से पंजीयन, सुरक्षा निधि, प्रोसेसिंग फीस तथा नौकरी के पूर्व प्रषिक्षण आदि के लिये बडी रकम विभिन्न बैंक खातों में जमा करा लेते थे, उक्त काम को अंजाम देने के लिए गिरफ्तारशुदा आरोपी रामबाबू चैहान अपने खाते में पैसे जमा करवाया करता था।
आरोपी गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार था जिसके लिए पूर्व से ही सायबर पुलिस ने मुखबिरों को सर्तक दिया था। आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए ढोंगी के भेस में दिल्ली तिलक विहार के आश्रम में कईं दिनों से छिपा हुआ था। मुखबिरों की सूचना के बाद सायबर पुलिस भोपाल ने दिल्ली जाकर आरोपी को तलाश करने के लिए दबिश दी व आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया। आरोपी को माननीय न्यायालय भोपाल पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में केंद्रीय जेल भेजा गया।
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक मनीष राय , उनि श्याम सिंह सोलंकी , आर0 मंजीत ठाकुर व आर0 सुरेंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
विस्तृत जानकारी आरोपी:- रामबाबू चैहान पिता सोबरन सिंह चैहान उम्र 51 वर्ष निवासी डब्लू जेड 10/1 गुरुनानक नगर नई दिल्ली
पढाई कक्षा 12वीं तक व्यवसाय - प्रापर्टी डीलर नई दिल्ली
अपराध में भूमिकाः- शाईन डाॅट काॅम कंपनी के नाम पर बैरोजगारों को फोन कर नौकरी दिलाने का
झांसा देने के कार्य में संलग्न सहयोगियों को बैंक खाते खोलने का कार्य करना।