Publish Date:28-Nov-2017 23:23:40
देश के प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) में प्रवेश के लिए प्रस्तावित संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) एडवांस-2018 में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की इस बार जेब ढीली होगी।
जेईई एडवांस में इस बार परीक्षा शुल्क के अलावा अभ्यर्थियों को अलग से जीएसटी भी देना होगा। वहीं, इस बार आईआईटी ने जेईई एडवांस का प्रवेश परीक्षा शुल्क बढ़ाकर अभ्यर्थियों को दोहरा झटका दिया है। इस बार जेईई एडवांस के आयोजन का जिम्मा आईआईटी कानपुर को दिया गया है। आईआईटी कानपुर ने परीक्षा संबंधी शेड्यूल का एक विज्ञापन जारी किया है। इस बार जेईई एडवांस-2018 कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा अगले साल 20 मई रविवार को सुबह नौ बजे से 12 बजे और दोपहर दो बजे से पांच बजे की पाली में होगी।
प्रवेश परीक्षा शुल्क के अलावा विद्यार्थियों को कितने रुपये जीएसटी के रूप में देने होंगे, इसका अभी विज्ञापन में उल्लेख नहीं किया गया है। परीक्षा फार्म भरने की प्रक्रिया शुरू होने पर ही उसका उल्लेख किया जाएगा। जीएसटी की दर सामान्य, ओबीसी, महिला अभ्यर्थियों, एससी-एसटी सहित विदेशी अभ्यर्थियों पर भी लागू होगी। अब तक आईआईटी की ओर से लिए जाने वाले प्रवेश परीक्षा शुल्क में सर्विस चार्ज सहित सभी चीजें जुड़ी होती थीं। फीस के अतिरिक्त विद्यार्थियों को कुछ नहीं देना पड़ता था। अब जीएसटी लागू होने के बाद विद्यार्थियों पर अतिरिक्त मार पड़ेगी।
देश-विदेश के विद्यार्थियों को भरनी होगी अधिक फीस
आईआईटी की ओर से जेईई एडवांस का बढ़ाया गया प्रवेश परीक्षा शुल्क का असर देश के साथ विदेशी विद्यार्थियों पर भी पड़ेगा। सबसे ज्यादा मार सामान्य व ओबीसी छात्रों पर पड़ी है। सामान्य व ओबीसी वर्ग में विद्यार्थियों को 2400 रुपये की जगह इस बार 2600 रुपये फीस भरनी होगी। महिला, एससी-एसटी व फिजिकल हैंडीकैप्ड छात्रों को 1200 की जगह 1300 रुपये, जबकि विदेशी नागरिकों को अब 135 डॉलर की जगह 160 डॉलर फीस जमा करनी होगी। फीस के अलावा जीएसटी अलग से देना होगा।
साभार- अमर उजाला