Publish Date:17-Feb-2019 14:19:22
अगर आपकी सैलरी का बड़ा हिस्सा क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट करने में ही जा रहा है तो इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है। इसके साथ ही अगर आप बड़ा निवेश बनाना चाहते हैं तो आपको क्रेडिट कार्ड से दूरी बनाकर रखनी होगी। आज हम आपको कुछ ऐसे स्टेप्स बता रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप अपनी बचत बढ़ा सकते हैं....
- प्रायः धारक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते वक्त यह भूल जाते हैं कि यह उनका खुद का पैसा नहीं, बल्कि उधार लिया हुआ पैसा है। उन्हें इसे ब्याज सहित लौटाना भी पड़ेगा। एक अध्ययन के मुताबिक, जब लोग क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते हैं तो वह जरूरत से ज्यादा पैसा खर्च कर डालते हैं। ऐसे में होता यह है कि लोगों ने जो पहले से फाइनेंशियल प्लान बनाए होते हैं फिर वह राह मुश्किल हो जाती है।
- एमआईटी की एक रिसर्च के मुताबिक, जो लोग क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते हैं वे अपनी क्षमता से 18 प्रतिशत तक ज्यादा खर्च कर देते हैं। लोग ऐसी चीजें खरीदते हैं जिनकी उन्हें जरूरत भी नहीं है। वहीं जब आप कैश लेकर जाते हैं तो आपकी खरीदारी का तरीका ही बदल जाता है। आप बहुत सोच-समझकर खर्चे करते हैं।
- ट्रांस यूनियन कंपनी के सिबिल के साथ हुए एक सर्वे में सामने आया कि देश के लोगों की भुगतान करने की क्षमता काफी अच्छी है। 92 फीसदी क्रेडिट कार्ड यूजर्स मिनिमम पेमेंट जरूर करते हैं। हालांकि मिनिमम पेमेंट करने से आपके ऊपर इतने सारे चार्ज लग जाते हैं कि आपकी देय राशि बढ़ती ही चली जाती है।
- जो लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, वे स्वभाव से खर्चीले हो जाते हैं। वे सेविंग कम कर पाते हैं क्योंकि क्रेडिट कार्ड की वजह से उनके खर्चे बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं। सबसे पहले तो क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट करने में ही उनके ज्यादातर पैसे खत्म हो जाते हैं। इसके अलावा अगर वे मिनिमम पेमेंट करते हैं तो बकाया बिल पर पहले तो 18 फीसदी जीएसटी लगता है और कई बार सरचार्ज भी लगता है। ब्याज चार्ज तो हाई होता ही है। इसलिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कम से कम करें तो उनके लिए अच्छा होगा।
साभार- अमर उजाला