Publish Date:21-Jan-2020 23:15:13
नई दिल्ली. टेलिकॉम डिपार्टमेंट (Department of Telecommunications) ने विदेशी निवेश बढ़ाने के लिए भारती एयरटेल (Bharti Airtel) के आवेदन को स्वीकार कर लिया है. इस अनुमति के बाद विदेशी संस्थागत निवेश (FII) और विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FPI) भी कंपनी की कुल कुल पेड अप कैपिटल (Paid Up Capital) का 74 फीसदी तक निवेश कर सकते हैं.
कंपनी ने क्या कहा
भारती एयरटेल ने मंगलवार को एक स्टॉक फाइलिंग (Stock Exchange Filing) में इस बारे में जानकारी दी. कंपनी ने कहा, '20 जनवरी को टेलिकॉम डिपार्टमेंट ने कंपनी को 100 फीसदी विदेशी निवेश की मंजूरी दे दी है.' इसके पहले यह सीमा अधिकतम 49 फीसदी तक की ही थी. बता दें कि 3 जुलाई 2014 को भारतीय रिजर्व बैंक ने कंपनी में विदेशी निवेशकों के लिए पेड कैपिटल का 74 फीसदी तक निवेश करने की मंजूरी दिया था. आसान भाषा में तो इसका मतलब होता है कि किसी कंपनी ने स्टॉक के बदले प्राइमरी मार्केट से कितना रकम जुटाया है.
भारती एयरटेल में किसकी कितनी हिस्सेदारी हैभारती एयरटेल में 41 फीसदी के स्टेक के साथ भारती टेलिकॉम इकलौती सबसे बड़ी हिस्सेदार है. सिंग्टेल भारती टेलिकॉम में 45 फीसदी की हिस्सेदारी रखती है, जिसकी वजह से भारती एयरटेल में इस कंपनी की कुल हिस्सेदारी 35 फीसदी बनती है. इंडियन कॉन्टिनेन्ट इन्वेस्टमेंट लिमिटेड, वीरीदियन लिमिटेड जैसे टेकविदेशी निवेशकों की इस कंपनी में कुल 21.46 फीसदी की हिस्सेदारी है.
अब इस मंजूरी के बाद भारती एयरटेल को विदेशी निवेशकों से भी पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी. खासतौर पर एक ऐसे समय में, जब देश के टेलिकॉम सेक्टर की लगभग सभी कंपनियां वित्तीय संकट के दौर से गुजर रही हैं.
साभार- न्यूज 18