25-Apr-2024

 राजकाज न्यूज़ अब आपके मोबाइल फोन पर भी.    डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लीक करें

गूगल के कर्मचारियों ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ उठाई आवाज

Previous
Next

गूगल के हजारों कर्मचारियों ने गूगल के ऑफिस से बाहर निकल कर यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई। इस विरोध की शुरुआत गूगल के सिलिकॉन वैली के ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारियों ने की, जो दुनियाभर में फैल गई।

48 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
इसके लिए ट्विटर पर गूगल वॉकआउट (https://twitter.com/GoogleWalkout) नाम से एक पेज भी बनाया गया, जिसमें लोग इस मुहिम की प्रासंगिकता को गूगल से जोड़ते हुए अपनी मांगें रख रहे हैं। महिलाओं के साथ यौन हिंसा और दूसरे कई तरह के भेदों पर विरोध की शुरुआत तभी हो गई थी, जब गूगल ने अपने 48 कर्मचारियों को निकालने की सूचना जारी की थी। नौकरी से हटाए गए इन सभी कर्मचारियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था, लेकिन आरोपियों को नौकरी से हटाने के बावजूद आखिर गूगल निशाने पर क्यों आया?

एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के अनुसार, यौन उत्पीड़न के आरोपी एंडी रूबिन जिन्हें फादर ऑफ एंड्रॉइड भी कहा जाता है, को साल 2014 में कंपनी से निकालते हुए उन्हें 90 मिलियन डॉलर का एग्जिट पैकेज दिया था। अखबार में छपी इस रिपोर्ट से गूगल के कर्मचारियों में गुस्सा फैल गया, जिसका असर पूरी दुनिया में उनके वॉक आउट के रूप में सामने आया।

CEO ने दिया आश्वासन
वॉक आउट के आयोजक सोशल मीडिया के जरिए मांग कर रहे हैं कि कार्यस्थल पर ज्यादा से ज्यादा पारदर्शिता रहे। यौन उत्पीड़न के मामले पर त्वरित जांच और संज्ञान के लिए गूगल की एचआर यानी ह्यूमन रिसोर्सेस में भी पॉलिसी के स्तर पर बदलाव की मांग उठ रही है। इस बारे में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक बयान जारी कर कंपनी के कर्मचारियों को आश्वस्त करने की कोशिश की है। उनके अनुसार, गूगल सभी कर्मचारियों से फीडबैक ले रहा है, ताकि विचारों को एक्शन में बदला जा सके। वे कहते हैं, "मैं समझता हूं कि आप सभी कैसा महसूस कर रहे होंगे। मैं भी इससे अलग नहीं सोचता और मैं समाज में लंबे वक्त से जड़ जमाए इस मुद्दे के खात्मे के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं और हां, गूगल में भी ये प्रतिबद्धता वही रहेगी।"

क्यों हैं स्टाफ नॉट ओके?
हालांकि, बुधवार को पूरे स्टाफ को किए गए इस ई-मेल से कर्मचारियों का गुस्सा कम होता नहीं दिखता। गुरुवार से शुरू वॉक आउट में तेजी से पूरी दुनिया के गूगल कर्मचारी जुड़ रहे हैं। लोगों के हाथों में अलग-अलग संदेश लिखे हुए हैं, जैसे Not OK google, don't be evil, Happy to quit for $90 million - no sexual harassment required.

क्या चाहते हैं गूगल के कर्मचारी?
यौन उत्पीड़न के दोषियों या आरोपियों को एग्जिट पैकेज देना महिलाओं के साथ असंवेदनशीलता से अलग नहीं। इस पर यकीन करने वाले लोगों ने ट्विटर पर मुहिम की शुरुआत की। गुरुवार को दुनिया के बड़े हिस्से में वॉकआउट हुआ। जो कर्मचारी इसमें शामिल हुए, वे अपनी डेस्क पर साथियों के लिए नोट लिख छोड़ गए। नोट में लिखा - "मैं अपनी डेस्क पर नहीं हूं, क्योंकि मैं यौन उत्पीड़न, दुर्व्यवहार, पारदर्शिता की कमी और कार्यस्थल की उस संस्कृति का विरोध में हूं जो हर किसी के लिए एक समान नहीं। इस असमानता के विरोध में मैं दूसरे गूगलर्स के साथ हूं।"

साभार- पंजाब केसरी

Previous
Next

© 2012 Rajkaaj News, All Rights Reserved || Developed by Workholics Info Corp

Total Visiter:26600402

Todays Visiter:2084