Publish Date:28-May-2020 15:57:53
गुरूवार, 28 मई 2020, अपनी जिंदगी की परवाह किये बगैर नगर निगम भोपाल के कुछ सफाईकर्मी उन चैंबरों में उतरे हैं, जहां कोरोना के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है। इनके पास न ग्लब्ज है और न मास्क। 44 डिग्री की तपिश में भी सीधे चैंबरों में उतरकर ये सफाईकर्मी शहर की सफाई व्यवस्था को बरकरार रखे हुये हैं। नगर निगम के नाला स्क्वाड के ये सफाईकर्मी गंदे पानी में उतरकर चैंबर्स साफ कर रहे हैं। इन्हें न संक्रमण का डर है और न अपनी जान की परवाह। भोपाल शहर के 85 वार्ड्स और 19 जोन्स में करीब 5000 से अधिक सफाई कर्मचारी हैं। ये प्रत्येक वार्ड में नाला सफाई से लेकर कचरा ढ़ोने तक का काम करते हैं।
इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री नरेन्द्र कुमार जैन ने नगर निगम आयुक्त, भोपाल से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।
आयोग की पहल पर मानसिक दिव्यांग सौम्य को मिले 12,500 रूपये
उज्जैन निवासी महेशचन्द्र मिश्रा द्वारा उनके पुत्र सौम्य के मानसिक दिव्यांगता से पीड़ित होने से उन्होंने मई 2016 से मई 2018 तक की मानसिक/बहुविकलांग श्रेणी की पेंशन/आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने संबंधी एक शिकायती आवेदन मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग में लगाया था। आयोग में दर्ज प्रकरण क्रमांक 4268/18/उज्जैन में आयोग द्वारा सतत् सुनवाई की गई। जिसपर सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग द्वारा मानसिक दिव्यांग सौम्य को कुल 12,500 रूपये की एरियर राशि दे दी गई है।
सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण संचालनालय, मध्यप्रदेश द्वारा आयोग को अवगत कराया गया है कि श्री महेशचन्द्र मिश्रा की शिकायत का परीक्षण किया गया। जिसमें नगर पालिका निगम, उज्जैन से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार आवेदक के दस्तावेजों के साथ राशन कार्ड जिसका खाता क्र. 797 वार्ड 49 दर्ज है, जिसके अनुसार हितग्राही के निवास का पता ए-17/3 वेदनगर उज्जैन दर्ज है तथा हितग्राही का नाम भी सौम्य के स्थान पर सौम्य गोेपाल कृष्ण दर्ज है, जिस कारण सत्यापन के समय वास्तविक सत्यापन न होने से संबंधित को मई 2016 से मई 2018 तक की अवधि का 25 माह का रूपये 12,500 का भुगतान नहीं हो सका था। जून 2018 से सौम्य को नियमित पेंशन का भुगतान किया जा रहा है। सत्यापन उपरांत उपरोक्त अवधि की 25 माह की कुल 12,500 रूपये की एरियर राशि 05-03-2020 को सौम्य के बैंक खाता क्र. 910110110006033 में जमा करा दी गई है।