Publish Date:04-Jan-2018 11:36:54
कुत्ता बैचने के नाम पर भोपाल निवासी महिला से ठगे 50,000/- रूपये
प्रकरण 1:- दिनांक 01.01.2018 को साइबर क्राइम पुलिस भोपाल को प्राप्त शिकायत के अनुसार भोपाल की एक महिला शिकायतकर्ता द्वारा Indiamart.com नामक वेवसाइट से विदेशी नश्ल के कुत्ते ;चनचचलद्ध खरीदने के लिये एड के माध्यम से 50 हजार रूपये की धोखाधडी की गई। महिला को विदेषी नष्ल का कुत्ता ;चनचचलद्ध क्रय करना था। महिला ने आॅनलाईन वेवसाइट Indiamart.com में विदेशी नष्ल साइबेरियन हस्की ब्रीड के ;चनचचलद्ध का एड देखा । महिला ने अपने आपको खरीददार के रूप में रजिस्टर्ड किया । वेवसाइट ने महिला को डीलर्स के माध्यम से विदेषी नष्ल के कुत्ते ;चनचचलद्ध की सूची भेजी । महिला ने मेल द्वारा प्राप्त सूची में से एक डीलर से सम्पर्क फोन पर सम्पर्क किया । काॅल करने पर उस व्यक्ति ने बताया कि वह पोर्ट ब्लेयर से बात कर रहा है और महिला से कहा गया कि उन्हें पपी (कुत्ते का बच्चे) की बुकिंग के लियीे 50,000/- रूपये जमा करवा दिये गये । लेकिन राशि प्राप्त किये जाने के पष्चात् उक्त व्यक्ति द्वारा महिला से कोई संपर्क नहीं किया गया और ना ही कोई पपी (कुत्ते का बच्चे) प्राप्त हुआ ।
प्रकरण 2:- इसी प्रकार दिनांक 01.01.2018 को साइबर क्राइम पुलिस भोपाल को प्राप्त शिकायत के अनुसार भोपाल निवासी डाॅ0 किशोर कुमार सोनी जिन्होने Quicker.com पर एक कैमरे का एड देखा जिसे खरीदने के लिये दिये गए मोबाईल नंबर पर फनपबामतण्बवउ के माध्यम से चेट किया । संद्धिग्ध द्वारा उसे पृथक से एक वाॅट्सएप नंबर पर बात करने के लिये कहा गया। संद्धिग्ध ने फर्जी खाते में शिकायतकर्ता से कैमरा बैचने के लिये कुल 1 लाख 70 हजार रूपये जमा करवा लिये।
साइबर क्राइम पुलिस भोपाल में पिछले कुछ दिनों से लगातार विख्यात e commerce वेवसाइट के माध्यम से हो रहे फ्राॅड की षिकायतें बढ गयी है। Quicker.com, olx.com, flicker.com, Indiamart.com जैसी वेवसाइट में फर्जी एड देकर संदेही द्वारा ग्राहकों से सीधे What’s app या मोबाईल नंबर के माध्यम से संपर्क कर फर्जी खातों के माध्यम से राषि हस्तांतरित करवा रहे है।
Advisory & आम नागरिकों से निवेदन है कि e commerce वेवसाइटों के माध्यम से ठगों द्वारा प्रचलित वेवसाइटों का दुरूपयोग कर फर्जी एड देने का कार्य भी किया जा रहा है। लोगों को आकर्षित करने के लिये आकर्षित वस्तु का मूल्य कम दाम में दिखाकर लोगो को वेवसाईट से अलग सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्म जैसे (वाॅट्सएप, इन्टाग्राम, हाईक) आदि पर चेट कर संद्धिग्ध खातों में सीधे एडवांस पैसा जमा करा लिया जाता है। आम नागरिक सस्ती व कम दामों की वस्तुओं पर आकर्षित न होते हुए वेवसाइट से अलग प्लेटफार्म पर अनजान व्यक्तियों से न जुडे एडवांस में संद्धिग्ध व्यक्तियों के खातों में किसी प्रकार की काई राषि जमा न कराये और आॅनलाईन वेवसाइट को पूर्णतः जाॅच करें एवं किसी भी वस्तु को ;ब्ंेी वद कमसपअमतलद्ध होने पर ही खरीदें।