Publish Date:18-Sep-2019 18:55:31
बच्चों द्वारा तथा बच्चों पर घटित अपराध'' विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
भोपाल, 18 सितंबर 2019/ आपराधिक प्रकरणों से संबंधित बच्चों की आयु का निर्धारण सावधानी पूवर्क एवं निर्धारित मापदंडो के तहत किया जाए। साथ ही निराश्रित बच्चों के साथ पुलिस का व्यवहार ऐसा हो, जिससे बाल मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़े और बच्चे सही राह पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हों। यह बात अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध अनुसंधान विभाग श्री राजीव टंडन ने कही। श्री टंडन '' बच्चों द्वारा तथा बच्चों पर घटित अपराध और बच्चों से संबंधित अन्य विधिक प्रावधान'' विषय पर आयोजित हुए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में कही।
बुधवार को यहां नवीन पुलिस मुख्यालय के सभागार में इस प्रशिक्षण का आयोजन पुलिस के अपराध अनुसंधान विभाग द्वारा बचपन बचाओ संस्था के सहयोग से किया गया। जिसमें विभिन्न जिलों की विशेष किशोर पुलिस इकाईयों एवं बाल सहायता प्रकोष्ठ में कार्यरत निरीक्षक, उप निरीक्षक एवं सहायक उप निरीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री टंडन ने बच्चों की आयु निर्धारण एवं निराश्रित बच्चों के संबंध में विस्तार से मार्गदर्शन दिया।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फांउडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं हरियाणा के सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक श्री एस.सी.सिन्हा ने बच्चों को आपराधिक प्रवृतियों से दूर रखने एवं बाल संरक्षण से संबंधित उपयोगी जानकारी दी। साथ ही प्रतिभागियों से फीडबेक भी लिया।
इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक अपराध अनुसंधान श्री आई.पी.कुलश्रेष्ठ व बचपन बचाओ आंदोलन संस्था के सहयोगियों ने भी उपयोगी जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में खासतौर पर किशोर न्याय अधिनियम-2015 एवं पॉक्सो एक्ट-2012 सहित बाल श्रम के विधिक प्रावधानों की बारीकियाँ विस्तारपूर्वक समझाईं गईं। साथ ही बालकों से संबंधित विभिन्न कानूनी प्रावधानों के क्रियान्वयन में आने वाली समस्याओं के निराकरण की प्रक्रिया भी बताई गई।