Publish Date:22-Jul-2018 01:35:12
राजकाज न्यूज, भोपाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उन्हें कथित रूप से देशद्रोही कहे जाने पर 26 जुलाई को भोपाल के टी टी नगर थाने में गिरफ्तारी देने जाएंगे। इस संबंध में सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। इस पत्र को मीडिया को जारी किया गया है। दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा है‘आपने मुझे देशद्रोही कहा है। देशद्रोह गंभीर आरोप है और एक पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते मैं आपसे आग्रह करता हूं कि देशद्रोह की किसी भी घटना को हल्के में ना लें।’
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को 'देशद्रोही' बताने वाले बयान पर सियासत गर्मा गई है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांगी मांगने की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज का पुतला फूंका और प्रदर्शन किया।
उन्होंने आगे लिखा‘आपकी पार्टी भाजपा ने मुझ पर कई बार अनर्गल आरोप लगाए, लेकिन 15 साल की कोशिशों के बावजूद आज तक आप कुछ भी सिद्ध नहीं कर सके हैं।‘ सिंह ने पत्र में कहा कि उन्होंने संविधान की शपथ ली है, इसलिए देश की एकता और अखंडता की सुरक्षा के लिए स्वयं को कानून के सुपुर्द करने का निर्णय लिया है। दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज को तल्ख अंदाज में लिखे पत्र में 'देशद्रोही' होने के सबूत सार्वजानिक करने और उन पर मुकदमा दायर करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है अगर आपके पास मुझ पर आरोप लगाने का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है तो सार्वजानिक रूप से माफ़ी मांगे। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा इस दौरान आप अपने प्रशासन को मेरे विरुद्ध 'देशद्रोह' के सभी प्रमाण उपलब्ध करवा दें, ताकि मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और गिरफ्तारी करने में कोई कानूनी अड़चन नहीं आए। अपने पत्र में दिग्विजय ने कहा कि मुख्यमंत्री का कर्तव्य कोरी बयानबाजी करना नहीं, बल्कि कर्तव्यों का पालन करना भी है। अगर मेरे खिलाफ देशद्रोह का आरोप सिद्ध होता है तो कृपया तत्काल मुझ पर मुकादमा दर्ज कर मुझे कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा, "मुझे राजनीति में 47 साल हो गए हैं, मुझे जनता का भरपूर प्यार मिला है, जिसके कारण में राघौगढ़ की नगरपालिका का अध्यक्ष रहा, विधायक रहा, मप्र मंत्रिमंडल का सदस्य रहा, लोकसभा का सदस्य रहा, मप्र का मुख्यमंत्री रहा और अब राज्यसभा का सदस्य हूं। ये सब संवैधानिक पद हैं। मैंने संविधान की शपथ लेकर, नियम कानून के अंतर्गत रहते हुए जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का पालन किया है। यह सच है कि झूठे प्रचार में माहिर भाजपा ने मुझ पर कई बार अर्नगल आरोप लगाए, लेकिन पंद्रह साल की कोशिश के बावजूद आज तक आप कुछ सिद्ध नहीं कर पाए, क्यों सच यही है कि झूठ के पाँव नहीं होते हैं।"
दरअसल, जन आशीर्वाद यात्रा के दूसरे चरण में सतना जिले के दौरे पर सीएम शिवराज ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा था कि दिग्विजय सिंह कुंठित हैं और कई बार वह मुझे देशद्रोही लगते हैं। जिन्हें देश, समाज, संस्कृति से कोई लेना देना नही है। ऐसे लोगों को हम धिक्कारते हैं। शिवराज सिंह ने कहा, ये ऐसे शख्स हैं, अगर किसी आंतकवादी को सेना मार दे तो ये उस आतंकवादी के घर जाते हैं। आतंकवादी को जी कहकर संबोधित करते हैं।