Publish Date:20-Feb-2019 00:47:00
नेता प्रतिपक्ष ने कहा- गृह मंत्री के जवाब से हुआ कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश
भोपाल। मंदसौर के किसान आंदोलन की सच्चाई आज प्रदेश की जनता के सामने आ गयी है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने किसान आंदोलन को लेकर प्रदेश की जनता को बरगलाने का काम किया लेकिन जनता कांग्रेस के बहकावे में नहीं आई। भाजपा सरकार ने मंदसौर की घटना के बारे में जो बात कही थी, अब सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने खुद उसे स्वीकार कर लिया कि घटना में पुलिस ने आत्मरक्षा में और शासकीय संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए गोली चलाई थी। इस घटना के बाद भाजपा को किसान विरोधी बताने में कांग्रेस ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन विधानसभा में गृह मंत्री के लिखित जवाब से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस ने किसानों को मोहरा बनाकर सत्ता के लिए उनका इस्तेमाल किया है। यह बात नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने सोमवार को विधानसभा में गृहमंत्री बाला बच्चन द्वारा दी गई जानकारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।
मंदसौर के पिपल्यामंडी में 6 जून, 2017 को किसान आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीचालन में छह किसानों की मौत के मामले पर विधानसभा में कांग्रेस विधायक श्री हर्ष विजय गहलोत ने प्रश्न पूछा था। इस प्रश्न के लिखित जवाब में सोमवार को गृहमंत्री बाला बच्चन ने बताया कि हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एसडीएम श्रवण भंडारी ने आत्मरक्षा में और शासकीय संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए गोली चलाने का निर्देश दिया था। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि कांग्रेस राजनीति में हर तरह के हथकंडों का इस्तेमाल करती रही है और वोटों के लिए झूठ बोलने से भी परहेज नहीं करती।
यू-टर्न लेने में माहिर है कांग्रेस
नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि कांग्रेस यू-टर्न लेने यानी अपनी ही बात से मुकरने में माहिर है। चुनाव में वोटों के लिए कांग्रेस झूठ का सहारा लेती आई है। गृह मंत्री का यह जवाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ किए गए दुष्प्रचार का पर्दाफाश करता है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस लिखित जवाब से साफ हो गया है कि सत्ता में आने के लिए कांग्रेस किसानों को सीढ़ी की तरह इस्तेमाल कर रही थी, लेकिन प्रदेश के किसान कांग्रेस के षड्यंत्र को समझ चुके हैं।
सदन में मुखरता से रखेंगे किसानों की आवाज
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में ओला-पाला से किसान परेशान हैं, लेकिन कमलनाथ सरकार ने किसानों की कोई मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ऐसी आपदाओं के समय पीड़ित किसानों को तत्काल राहत देने का काम करती थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किसान हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं। हम सदन में किसानों से जुड़े मुद्दों को पूरी मुखरता के साथ उठाएंगे और उन पर नियम 139 के तहत चर्चा करेंगे।