Publish Date:29-Mar-2017 23:58:12
सुहास भगत सहित जनप्रतिनिधि भी हुए शामिल
विक्रम सम्वत् 2074 के शुभारंभ अवसर चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के अवसर पर ‘‘कर्मश्री’’ के तत्वावधान में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के लगातार 15 वें वर्ष के आयोजन का शुभारंभ आज 9ः30 बजे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, धर्मगुरू ज्ञानी दिलीप सिंह, भंते शाक्यपुत्र सागर द्वारा दीप प्रज्जलवन कर किया गया। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, आमंत्रित कविगण संतोषानंद(क्रांति फिल्म के गीतकार) , हास्य कवि एवं मंच संचालक सत्यनारायण सत्तन(उज्जैन) , हास्य व्यंग्य के कवि पद्मश्री सुनील जोगी (दिल्ली), हास्य व्यंग्य के ही कवि प्रवीण शुक्ला (गाजियाबाद), वीररस के हस्ताक्षर मदनमोहन समर (सुल्तानपुर) , वीररस के ही कवि अर्जुन सिसोदिया (बुलंदशहर), गीतगजल की हस्ताक्षर श्रीमती मुमताज नसीम (अलीगढ़), गीतकार चंदन राय (मुंबई), शंभू शिखर हास्यरस (मधुबनी बिहार), गीत गजल की हस्ताक्षर श्रीमती प्रेरणा ठाकरे (नीमच), हास्य रस के कवि दीपक शुक्ला (भोपाल) मंच पर पदार्पण कर चुके हैं। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत , कार्यक्रम के आयोजक हुजूर विधायक एवं ‘कर्मश्री’ अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा, मध्य विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह, निगम अध्यक्ष माधवसिंह दांगी, भोपाल विकास प्राधिकरण अध्यक्ष ओम यादव, पूर्व महापौर श्रीमती कृष्णा गौर सहित भोपाल की अन्य ख्यातनाम हस्तियां मंचासीन रही।
भारत की संस्कृति ने दुनिया का दिशा दी है: शिवराज सिंह
कवि सम्मेलन के मंच से उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि नया साल, चैत्र नवरात्र का पहला दिन, गुड़ी पड़वा, चैती चंद यह अद्भुत दिन है। हमारे भारत की अद्भुत संस्कृति है जिसने दुनिया को दिशा दी है। यह वह देश है जो यह कहता है कि सिया राम मय सब जग जानी अर्थात यह केवल हिन्दू की ही बात नहीं करताअ अपितु दुनिया के कण-कण में एक ही चेतना के वास की बात कहता है। इस चेतना को सभी अपना ले तो सारे संताप मिट जाए। यह धरती वह धरती है जिसमें अनादि काल से बच्चा बच्चा ‘धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, और विश्व का कल्याण हो’’ यह कहता है। विश्व के कल्याण का भाव दुनिया में जगाने वाला मेरा भारत ही है। हमनें सबके सुख की कामना की है, सब के निरोगी होने की , सबका कल्याण हो यह कामना की है। ऐसा हमारा महान भारत है। भाई रामेश्वर शर्मा ने यहां अभी नर्मदा सेवा यात्रा का जिक्र किया है, यह यात्रा प्रकृति के संरक्षण की यात्रा है। प्रकृति का शोषण नहीं किया जाना चाहिए अपितु दोहन हो। नदियों में बहाव हो, नदिया पवित्र हों यह हमारी कामना है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कवि सम्मेलन में उपस्थित श्रोताओं को दोनो हाथ उठाकर संकल्प दिलाया कि नर्मदा जी के तट पर पेड़ लगाने सभी चलेंगे। हम विधानसभा में एक विधेयक पारित कर कानून बनाएंगे कि बेटियों के साथ दुराचार करने वालों को फांसी की सजा दी जाएगी।
शिवराज ने कायम किया जनता से परिवार का रिश्ता: रामेश्वर शर्मा
मध्यप्रदेश में अभी तक जो भी मुख्यमंत्री रहे हैं उन्होने विकास तो किया है, काम भी किया है लेकिन विकास और काम के साथ साथ प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता को अपना परिवार समझते हुए प्रदेश की जनता के साथ परिवार का रिश्ता अगर किसी ने कायम किया है तो वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ही कायम किया है। नर्मदा मैया प्रदेश की जीवनदायिनी है। बेटी बचाने का संकल्प माननीय शिवराज जी ने लिया था वह पूरा हुआ है अब उन्होने नर्मदा मैया के संरक्षण का संकल्प लिया है तो वह भी पूरा होगा।